उत्तर प्रदेश में अब तक 1294 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। इसमें 140 लोग स्वस्थ होकर घर चले गए। इस समय 1134 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को प्रदेश भर में 110 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 1294 कोरोना पॉजिटिव मामले 53 ज़िलों में पाए गए हैं। नौ जिले ऐसे हैं, जिनमें एक्टिव केस शून्य हैं। 44 ज़िलों में ही एक्टिव केस निकल रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1748 सर्विलांस टीम काम कर रही हैं। 1242 बेडों पर आइसोलेशन मरीज हैं। 10 हजार 800 लोग क्वारंटीन फैसिलिटी में हैं। प्रमुख सचिव ने यह भी बताया कि प्रदेश में पूल टेस्टिंग का काम चल रहा है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 348 हॉट स्पॉट की पहचान करते हुए 29,68,481 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में रह रहे लोगों को 1457 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ एवं मैन के जरिए दूध वितरित किया जा रहा है। फल एवं सब्जी वितरण के लिए कुल 2,470 वाहन लगाए गए हैं। इन क्षेत्रों में 2565 व्यक्तियों व 1948 प्रोविजनल स्टोर के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों के लिए 151 सामुदायिक किचन संचालित हैं। प्रदेश में 754 सरकारी और 1321 स्वैच्छिक कम्युनिटी किचन के माध्यम से 13,56,987 लोगों को फूड पैकेट वितरित किए गए हैं।
रायबरेली में 33 पॉजिटिव केस मिले, हड़कंप
रायबरेली जिले में कोरोना के कोरोना के 33 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। यह सभी
मुंशीगंज के एक निजी मेडिकल इंस्टीट्यूट में क्वारंटीन हैं। इनमें अधिकतर
पहले पॉजिटिव पाए गए दो जमातियों के साथी या उनके संपर्क में आने वाले लोग
हैं। इसके साथ ही यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है।
इधर, पीजीआई ने 12 मरीजों के सैंपल दोबारा मंगाए हैं लेकिन जिला प्रशासन
बाकी सभी के दोबारा सैंपल भेजने की तैयारी है।
अचानक 33 नए संक्रमित सामने आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा भी परेशान हो गया। रिपोर्ट आने के दस घंटे बाद तक अधिकारी तय नहीं कर पाए हैं कि पॉजिटिव पाए गए मरीजों को कहां शिफ्ट किया जाए। फिलहाल सभी मरीज उसी इंस्टीट्यूट में रोके गए हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन और सिद्धार्थनगर के तबलीग में शामिल होने के बाद यहां आए 47 जमातियों को जिले के विभिन्न जगहों से पकड़ा गया था। बाद में घर में छिपे दो जमाती नसीराबाद कस्बे से पकड़ कर लाए गए थे। इन्हें पहले फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया। बाद में इन्हें मुंशीगंज स्थित एक कृपालु इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के आइसोलेशन वार्ड भेज दिया गया।