नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. अब तक 28 लाख से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इस वजह से टेस्टिंग किट की डिमांड भी बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर साउथ कोरिया की एक कंपनी ने गुरुग्राम के मानेसर स्थित प्लांट में रैपिड एंटीबॉडी किट का प्रोडेक्शन शुरू कर दिया है. ऐसे में अब भारत में एंटीबॉडी टेस्ट किट की कमी दूर होगी. साथ ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर भी लगाम लगाई जा सकेगी.
साउथ कोरियन कंपनी एसडी बायोसेंसर के प्लांट हेड अंशुल सारस्वत ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कंपनी किट का प्रोडक्शन तेजी से कर रही है. इस एंटीबॉडी किट से 15 मिनट में ही परिणाम आ जाएंगे. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने एक लाख किट का आर्डर दिया है, जबकि हरियाणा सरकार ने उनसे 25000 किट मांगी है. जिसकी डिलीवरी जल्द कर दी जाएगी. कोरोना से जुड़ी इस किट का उत्पादन आईसीएमआर की निगरानी में हो रहा है. वहीं इस प्लांट से रोजाना एक लाख किट का उत्पादन किया जा सकता है.
चीन की किट हुई फेल
भारत में अब तक 24500 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों को ट्रैस करने के लिए भारत सरकार ने हॉटस्पॉट वाले इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट करने का प्लान बनाया था. जिसके लिए चीन से सात लाख से ज्यादा एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट मंगवाई गई थी. इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे भेजा गया. वहीं जांच के दौरान इसके रिजल्ट में कई खामियां पाई गईं. जिसके बाद आईसीएमआर ने किट के प्रयोग पर रोक लगा दी है. आईसीएमआर के मुताबिक चीन से आई किट की जांच की जा रही है, अगर उसमें कमी पाई गई तो उसे वापस कर दिया जाएगा.