मुंबई. अमेरिका की निजी इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.15 फीसदी की हिस्सेदारी खरीद ली है. जियो प्लेटफॉर्म्स में सिल्वर लेक 5,655.75 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इस निवेश से जियो प्लेटफॉर्म की इक्विटी वैल्यू 4.90 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइज वैल्यू 5.15 लाख करोड़ हो गई है. इस संदर्भ में रिलायंस और जियो ने कहा कि यह निवेश फेसबुक द्वारा किए गए निवेश के इक्विटी वेल्युएशन के 12.5 फीसदी प्रीमियम को दर्शाता है.
मुकेश अंबानी ने दिया बयान
इस डील पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि, सिल्वर लेक फर्म का दुनियाभर की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप का शानदार रिकॉर्ड रहा है. टेक्नोलॉजी और फाइनेंस के मामले में सिल्वर लेक कंपनी काफी लोकप्रिय है.
कर्जमुक्त होने की योजना
रिलायंस पर इस समय करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. पिछले साल अगस्त में मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनकी कंपनी 18 महीने यानी मार्च 2021 तक पूरी तरह से कर्जमुक्त हो जाएगी. इसके लिए राशि जुटाने की दिशा में कंपनी हरसंभव प्रयास कर रही है. इसके लिए हाल ही में रिलायंस ने देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू की भी घोषणा की थी, जो कि 53,125 करोड़ रुपये का है.
जियो-फेसबुक के बीच डील
मालूम हो कि फेसबुक के साथ हुई डील के दो हफ्ते से भी कम समय में जियो प्लेटफॉर्म की यह दूसरी डील है. इससे पहले सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने 22 अप्रैल को मुकेश अंबानी के नेतृव वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5.7 अरब डॉलर यानी 43,574 करोड़ रुपये निवेश का करार किया था.
तीन करोड़ दुकानदारों को होगा फायदा
जियो के विश्वस्तरीय डिजिटल कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म और भारतीय लोगों के साथ फेसबुक के संबंधों की संयुक्त शक्ति, आप सभी के लिए भविष्य में नए इनोवेशन पेश करेगी. जियो मार्ट और जियो के नए डिजिटल बिजनेस प्लेटफॉर्म को व्हाट्सएप का साथ मिलने पर इसका फायदा मिलेगा. तीन करोड़ दुकानदारों को इसका फायदा मिलेगा. इससे दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को जल्दी और अच्छा डिजिटल ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म मिल जाएगा. यानी ग्राहक घर के पास की स्थानीय दुकानों से हर रोज आसानी से सामानों की डिलीवरी और ऑर्डर कर सकेंगे.