लखनऊ. लॉकडाउन का तीसरा फेज झेल रहे लखनऊ शहर का नजारा सोमवार सुबह से ही बदला हुआ दिखा. खाली रहने वाली सड़कों पर सुबह सात बजे से ही लोगों की चहलकदमी शुरू हो गई. कोई झोला तो कोई कैरी बैग लेकर शराब की दुकान की ओर जाता दिखा. दुकानदारों ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी. चूने से गोले और रस्सियों से घेराबंदी की गई थी. 10 बजते ही दुकानों के शटर खुले तो लोग शराब खरीदने टूट पड़े. छुट्टे की दिक्कत न हो इसलिए लोग कीमत जोड़कर रकम लाए थे.
लीगंज, महानगर, हसनगंज, हजरतगंज, ठाकुरगंज, कैसरबाग, आलमबाग, सुशांत गोल्फ सिटी, पीजीआई, काकोरी, मोहनलालगंज, गोमतीनगर, विभूतिखंड, चिनहट सहित कई जगहों पर कहीं आठ तो कहीं नौ बजे से पहले ही शराब खरीदने वालों की लाइन लग गई. कई इलाकों में तो लाइन आधे से एक किमी तक लंबी थी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. नरही में खुद डीसीपी (सेंट्रल) दिनेश सिंह को लाठी लेकर उतरना पड़ा. कई जगह लोगों ने नियमों की धज्जियां उड़ा दीं.
शराब कारोबारियों की मानें तो यूपी में सोमवार को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब और बियर बिकी. लखनऊ में साढ़े छह करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब बिकी. यूपी लिकर सेलर वेलफेयर असोसिएशन के महासचिव कन्हैया लाल मौर्य का कहना है कि गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, प्रयागराज जैसे दर्जन भर जिलों में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब सोमवार को बिकी.