नई दिल्ली. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)) ने अरब सागर के लिए दोहरे दबाव का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा. जो 3 जून तक गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के तटों की ओर बढ़ेगा.
आईएमडी के अनुसार अरब सागर के ऊपर दो तूफान बन रहे हैं, जिसमें से एक अफ्रीकी तट से लगे समुद्र क्षेत्र के ऊपर है, वो ओमान और यमन की ओर बढ़ सकता है, जबकि दूसरा भारत के करीब है. इसके अगले 12 घंटों में और अधिक गहरे डिप्रेशन में बदलने की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पूर्व-पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर अगले 24 घंटों के दौरान एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा. जो तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलेगा. इसके बाद और तीव्र होने की संभावना है. जो तीन जून तक गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र तटों की ओर उत्तर-पश्चिमोत्तर की तरफ बढ़ेगा.
वहीं मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर के ऊपर संभावित निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव के कारण स्थितियां एक जून से केरल के ऊपर मॉनसून की शुरुआत के लिए अनुकूल होंगी. आईएमडी के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण अरब सागर, मालदीव कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि केरल में मॉनसून की शुरुआत अभी नहीं हुई है. हालांकि, 1 जून को केरल में मॉनसून की शुरुआत होने की संभावना है.
तेज हवा और बारिश की संभावना
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक दक्षिण-पूर्वी और उससे सटे मध्य-पूर्वी अरब सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है. जो अगले 48 घंटों में डिप्रेशन बन सकता है. इसकी वजह से दक्षिण-मध्य गुजरात एवं सौराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है. माना जा रहा है कि जब ये तूफान तट से टकराएगा तो उस वक्त हवा की गति 120 किमी/ घंटा हो सकती है.
मछुआरों को समंदर किनारे ना जाने की सलाह
तूफान की आशंका के चलते मछुआरों को समंदर किनारे न जाने की सलाह दी गई है. हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक इस तूफान का केंद्र ओमान के पास है, लेकिन इसका असर महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों होने की संभावना है. बता दें कि अरब सागर में तूफान की जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब हाल ही में बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण बंगाल के चार जिलों में भारी तबाही हुई. बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान में 86 लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे.