वॉशिंगटन. हम बचपन से पढ़ते आए हैं कि दुनिया में सात महाद्वीप अन्टार्टिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, यूरोप, दक्षिणी अमरीका और उत्तरी अमरीका हैं. लेकिन एक ताजा शोध में वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि पृथ्वी पर सात नहीं बल्कि आठ महाद्वीप हैं. हालांकि यह समुद्र में समा गया है. इस महाद्वीप का नाम जीलैंडिया है.
वैज्ञानिकों के अनुसार यह महाद्वीप ऑस्ट्रेलिया से दक्षिण पूर्व की ओर न्यूजीलैंड के ऊपर है. अब वैज्ञानिकों ने इसका नक्शा बनाया है. नक्शे से पता चला कि यह महाद्वीप 50 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. यानी यह महाद्वीप भारत के क्षेत्रफल से 17 लाख वर्ग किलोमीटर बड़ा है.
वैज्ञानिकों ने बताया कि यह महाद्वीप करीब 2.30 करोड़ साल पहले समुद्र में डूब गया था. जीलैंडिया महाद्वीप गोंडवानालैंड से 7.90 करोड़ साल पहले टूटा था. इसके बारे में तीन साल पहले पता चला था. तब से इस पर शोध जारी है.
अब न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों ने इसका टेक्टोनिक और बैथीमेट्रिक नक्शा बनाया है, ताकि इससे संबंधित भूकंप और समुद्री की जानकारियों के बारे में पता चल सके. जीएनएस साइंस के भूगर्भवैज्ञानिक निक मोरटाइमर ने कहा कि यह नक्शा हमें विश्व के बारे में जानकारी देता है. यह बहुत ही खास है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
निक के अनुसार आठवें महाद्वीप की चर्चा साल 1995 में शुरू हुई लेकिन इसकी खोज साल 2017 तक चली और फिर इस गायब महाद्वीप को माना गया. जीलैंडिया प्रशांत महासागर के अंदर 3800 फीट नीचे है. नये नक्शे के अनुसार यहां कहीं बहुत ऊंची जमीन है तो कहीं बहुत ऊंचा पहाड़ है तो कहीं गहरी घाटी. यूं तो जीलैंडिया का पूरा हिस्सा समुद्र के भीतर समा गया है लेकिन लॉर्ड होवे आईलैंड के पास बॉल्स पिरामिड नामक चट्टान समुद्र से बाहर निकली है. इसी से पता चलता है कि समुद्र के भीतर एक महाद्वीप है.