नई दिल्ली. जापान को पीछे छोड़ते हुए वर्ष 2050 तक भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी. भारत से आगे पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर चीन होगा. लैंसेंट की एक मेडिकल जर्नल की एक स्टडी में इस बारे में जानकारी दी गई है.
इस जर्नल में दुनियाभर के देशों में काम करने वाली आबादी के बारे में स्टडी की गई है. 2017 में भारत दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी. इसी को आधार मानते हुए इस स्टडी में कहा गया कि 2030 तक भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. 2030 में भारत से आगे अमेरिका, चीन और जापान होंगे. वर्तमान में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. फ्रांस और ब्रिटेन भारत से आगे हैं.
केंद्र सरकार का अनुमान भी कुछ इसी प्रकार है. नीति आयोग के चेयरमैन राजीव कुमार ने इसी साल मई में कहा था कि साल 2047 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी और अर्थव्यवस्था पर पड़ते इसके प्रभाव को देखते हुए मौजूदा अनुमान कम आशावादी दिखाई दे रहा है.
पिछले साल दिसंबर में जापान के सेंटर फॉर इकोनॉमिक रिसर्च ने अपनी एक रिसर्च में कहा था कि 2029 तक जापान को पछाड़ कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. जापान का यह अनुमान कोरोना वायरस आउटब्रेक से पहले का था. मौजूदा महामारी की वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि 2025 तक भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में भी देर हो सकती है.
लैंसेंट पेपर ने इस बात की भी चेतावनी दी है कि चीन और भारत में काम करने की आबादी में भारी गिरावट आई है. इस दौरान नाइजीरिया में काम करने वाली आबादी में इजाफा होगा. हालांकि इसके बावजूद भी इंडिया काम करने वाली आबादी के मामले में टॉप पर होगा. इसमें कहा गया कि 2100 तक भारत दुनियाभर में सबसे ज्यादा काम करने वाली आबादी बना रहेगा. भारत के बाद नाइजीरिया, चीन और अमेरिका का नंबर होगा.