(रवि प्रकाश श्रीवास्तव) देश की आजादी के बाद से तकरीबन कई दशकों तक बखूबी राज करने वाली पार्टी कांग्रेस आज इस मुकाम पर है जैसे कि कोई सुबहो का भूला अपनी जिन्दगी की शाम पर है। जिसके बाद तय अंधेरा ही आता है वह बात दीगर है कि उस अंधेरी रात के बाद फिर इक सवेरा आता है लेकिन वो सवेरा उनके लिए आता है जो अपनी आंखे खोलते हैं न कि रात की खुमारी में डूबे बस यूं ही बिस्तर पर इधर-उधर पड़े डोलते हैं। जी ऐसी ही कुछ हालत कांग्रेस पार्टी की हो चली है क्योंकि पार्टी में एक से एक पुराने महारथियों के होने के बावजूद अगर पार्टी अपने वजूद को नही बचा पा रही है तो उसके पीछे कहीं न कहीं बस एक परिवार और उसके चाटुकार ही हैं काफी हद तक जिम्मेदार। जिसकी बानगी है कि पार्टी में जहां एक तरफ तमाम दिग्गज सिपहसालारों की अनदेखी है जारी और वहीं उन पर चाटुकारों की शेखी पड़ रही है भारी। देखते देखते अब नौबत ये आने को है कि पार्टी के तमाम दिग्गज ही पार्टी छोड़ कर जाने को हैं। बस वो सब एक बेहतर और मुकम्मल मौके की तलाश में हैं। इसी क्रम में एक बार फिर तमाम दिग्गज सिपहसालारों का गुट पार्टी की रीतियों और नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोलने पर आमादा है।
गौरतलब है कि यूं तो हाल के कुछ समय से कांग्रेस में पार्टी के तमाम दिग्गज नेता जब तब कई मौकों और मुद्दों पर अपना विरोध और आपत्ति जताते रहे हैं। मामला रफा दफा होता रहा है। इसी क्रम में एक बार फिर पार्टी के तमाम दिग्गज नेता कुछ मुद्दों को लेकर अपनी न सिर्फ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करने वाले हैं बल्कि काफी हद तक पार्टी आलकमान को जोर का झटाका जोर से ही देने वाले है। सूत्रों की मानें तो बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उत्तर-दक्षिण भारतीयों को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर पार्टी के उत्तर भारत के कुछ वरिष्ठ नेता ही न सिर्फ बेहद खफा हैं बल्कि पूर्व में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए बगावती तेवर अपनाते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले तमाम नेता शनिवार को जम्मू में पार्टी नेतृत्व और गांधी परिवार को कड़ा संदेश दे सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर अपना चुके तमाम नेताओं की जम्मू में शनिवार को बैठक होगी। यह बैठक गुलाम नबी आजाद के घर पर संभव है। कपिल सिब्बल, आंनद शर्मा, राज बब्बर रात को ही पहुंचे हैं, कुछ और नेता सुबह आ सकते हैं। ये नेता पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इस दौरान कांग्रेस के ये नेता जम्मू में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह, कपिल सिब्बल, राज बब्बर, विवेक तनखा और गुलाम नबी आजाद जम्मू में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में मनीष तिवारी के शामिल होने की भी संभावना है। बता दें कि राहुल गांधी शनिवार को चुनावी राज्य तमिलनाडु के दौरे पर रहेंगे।
बताया जाता है कि ये सभी नेता राहुल गांधी और पार्टी आलाकमान को बखूबी ये समझाना चाहते हैं कि उत्तर और दक्षिण भारत एक है।’ कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, आज कांग्रेस में जो कुछ हो रहा है वह उस समझौते का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है जो पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में हुआ था। उन्होंने कहा कि अभी तक सुधार या चुनाव के कोई संकेत देखने को नहीं मिले हैं। इतना ही नही अगर सूत्रों की मानें तो उनके अनुसार कांग्रेस के तमाम नेता पार्टी के उस व्यवहार से भी आहत हैं, जैसा गुलाम नबी आजाद के साथ किया गया। गुलाम नबी आजाद हाल ही में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए हैं। एक नेता ने कहा, जब अन्य पार्टियां आजाद को सीट की पेशकश कर रही थीं। प्रधानमंत्री ने उन्हें लेकर इतनी अच्छी बातें कहीं, हमारी पार्टी ने उनके प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाया। बल्कि पार्टी ने रॉबर्ट वाड्रा के केस लड़ रहे वकील को राज्यसभा में लाने पर ज्यादा ध्यान दिया। जो कि कहीं न कहीं तमाम दिग्गज सिपहसालारों की अनदेखी और तिरस्कार जैसा है।