नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. अगले कुछ दिनों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और प्रचार का शोर तेज हो जाएगा. पश्चिम बंगाल में पहले फेज की वोटिंग 27 मार्च को होनी है यानी ठीक महीने भर बाद. साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इन पांच राज्यों के चुनाव को सेमी फाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. पांचों में सबसे ज्यादा नजर किसी पर है तो वो राज्य है बंगाल.
एक तरफ जहां दीदी यानी ममता बनर्जी एक बार फिर सत्ता में आने को लेकर निश्चिंत हैं तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी सोनार बांग्ला के नारे के साथ टक्कर देती नजर आ रही है. दो मई को ईवीएम से निकला जनादेश बंगाल के सियासी भविष्य पर मुहर लगाएगा. नेताओं के नारों, वादों और दावों की जंग के बीच चुनाव की तारीखों के एलान के बाद अब गेंद बंगाल की जनता के पाले में आ गयी है.
एबीपी न्यूज ने लोगों का मन टटोला है. एबीपी न्यूज अपने पाठकों और दर्शकों के लिए ओपिनियन पोल लेकर आया है. इस ओपिनियन पोल में हमने जनता से बंगाल की राजनीति और उसके चुनाव पर असर से जुड़े कुछ बेहद जरूरी सवाल पूछे. आप जानिए बंगाल की जनता ने इन सवालों के जवाब में क्या कहा?
क्या कहता है बंगाल की जनता का ओपिनियन पोल?
क्षेत्रवार आंकड़ों के बाद अब बारी है, पूरे बंगाल के ओपिनियन पोल के आंकड़ों को जानने की. एबीपी न्यूज़-सीवोटर ओपियिन पोल के मुताबिक बंगाल की कुल 294 सीटों में वोट प्रतिशत की बात करें टीएमसी को 43 फीसदी वोट, बीजेपी को 38 फीसदी वोट मिल सकता है, जबकि कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 13 फीसदी वोट मिल सकता है. वहीं अन्य के खाते में 6 फीसदी वोट जा सकता है.
सीटों की बात करें तो ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी एक बार फिर बंगाल में वापसी करती नजर आ रही हैं. एबीपी न्यूज़-सीवोटर ओपियिन पोल के मुताबिक टीएमसी को 148-164 सीटें मिल सकती हैं. वहीं 200 पार का नारा लेकर मैदान में उतरी बीजेपी को 92-108 सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है. चुनावी राजनीति में लगातार झटके खा रही कांग्रेस को लेफ्ट के साथ गठबंधन का भी खास फायदा होता नजर नहीं आ रहा है. सर्वे के मुताबिक गठबंधन के खाते में 31-39 सीटें जा सकती हैं.
कैसे हुआ सर्वे?
5 राज्यों में चुनाव का एलान हो चुका है. एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया है. इस ओपिनियन पोल में सभी पांच राज्यों की 824 विधानसभा सीटों पर 70 हजार 608 लोगों से बात की गई है. 21 फरवरी तक का ये सर्वे पिछले 6 हफ्तों में किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस पांच फीसदी तक का है.