नई दिल्ली. मणिपुर में भी कांग्रेस पर संकट के बादल छाए हुए हैं. मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंददास कोंथुजम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस के 8 विधायक बुधवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
गोविंददास 6 बार विष्णुपर सीट से विधायक चुने गए हैं. उन्हें पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. मणिपुर में भी अगले साल चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए ये बड़ा संकट है.
2017 में पहली बार बीजेपी ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. इस बार बीजेपी का दावा है कि वह 60 सीटें जीतकर सत्ता में बनी रहेगी. बीजेपी एनपीपी, एनपीएफ और 3 निर्दलीय के समर्थन से गठबंधन सरकार है. गठबंधन के पास कुल 36 विधायक हैं.
हालांकि कांग्रेस 2017 के चुनावों में बीजेपी से अधिक सीटें हासिल करने में सफल रही थी. कांग्रेस ने 28 सीटें जीती थीं, वहीं बीजेपी ने 21 सीटें जीती थीं. एनपीएफ और एनपीपी ने 4-4 सीटों पर जीत हासिल की थी.
वर्तमान विधानसभा में बीजेपी के पास 25 सदस्य हैं और कांग्रेस के पास 17 हैं. एनपीपी और एनपीएफ में 4-4 सदस्य हैं. तृणमूल कांग्रेस के पास एक विधायक और 3 निर्दलीय विधायक हैं. सदन में चार सीटें खाली पड़ी हैं.