नई दिल्ली. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले काफी वक्त से किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच किसानों की ओर से दिल्ली में प्रदर्शन करने की इजाजत मांगी गई है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने किसानों को लिखित में कोई इजाजत नहीं दी है.
सूत्रों का कहना है कि प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने किसानों के सामने कुछ नियम और शर्तें रखी हैं. अगर ये पूरी हो जाती है तो करीब 200 के आसपास किसान कल बसों के जरिए जंतर-मंतर आएंगे और जंतर-मंतर पर ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे. वहीं पुलिस निगरानी में बस जंतर-मंतर पहुंचेगी.
सुबह पहुंचेंगे जंतर-मंतर
जानकारी के मुताबिक किसान सुबह 11.30 बजे जंतर-मंतर पहुचेंगे. जंतर-मंतर पर चर्च साइड उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से बैठाया जाएगा. जंतर-मंतर और किसानों की सुरक्षा के मद्देनजर पांच पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की 5 कंपनियां जंतर-मंतर पर तैनात की जाएंगी.
शाम तक चलेगा प्रदर्शन
साथ ही सभी के पहचान पत्र चेक करने के बाद ही बैरिकेड के अंदर जाने दिया जाएगा. शाम 5:00 बजे किसान अपना प्रदर्शन खत्म कर वापस सिंघु बॉर्डर लौट जाएंगे. हालांकि दिल्ली पुलिस ने आधिकारिक तौर पर प्रदर्शन के लिए परमिशन को लेकर अब तक कुछ नहीं कहा है.
किसान संसद
बता दें कि किसान यूनियन ने मंगलवार को कहा था कि संसद के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान जंतर-मंतर पर एक किसान संसद का आयोजन किया जाएगा. 22 जुलाई से प्रतिदिन सिंघु सीमा से 200 प्रदर्शनकारी वहां पहुंचेंगे. इससे पहले दिन में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक में एक किसान नेता ने कहा कि किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे और कोई भी प्रदर्शनकारी संसद नहीं जाएगा, जहां मानसून सत्र चल रहा है.