नई दिल्ली। देश ने आज स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पूरी उमंग और उल्लास से मनाई। इस मौके पर जहां देश भर में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ तो इस मौके पर बधाईयों का सिलसिला भी जारी रहा। इसी क्रम में आज प्रधानमंत्री मोदी ने भी देशवासियों को जहां इस अवसर पर ट्वीट के माध्यम से बधाई दी। वहीं लाल किले के प्राचीर से आज देश को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने नारे सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास में अब सबका प्रयास भी शामिल कर दिया। इसी के साथ कृषि कानूनों को भी एक बार फिर किसानों के हित में बताते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि छोटा किसान बने देश की शान।
गौरतलब है कि आज देश आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसी मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के माध्यम से देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि आप सभी को 75वें स्वतंत्रता दिवस की बहुत-बहुत बधाई। आजादी के अमृत महोत्सव का यह वर्ष देशवासियों में नई ऊर्जा और नवचेतना का संचार करे। इसके साथ ही आज 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। लाल किले से पीएम मोदी ने न्यू इंडिया का खाका खींचा। इस दौरान पीएम ने दो नए नारे भी दिए। पहला उन्होंने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास में अब ‘सबका प्रयास’ का नारा दिया है।
वहीं, दूसरा नारा यही समय है..सही समय है बताया। सही समय है पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास, इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं। आज लाल किले से मैं आह्वान कर रहा हूं- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश आज से अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है और यहां से आजादी के 100 वर्षों तक का सफर भारत के सृजन का अमृतकाल है। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबके प्रयास से इस लक्ष्य को हासिल करना है।
इसके अलावा एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के 80 प्रतिशत से भी ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास दो हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उसमें इन छोटे किसानों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। अब इन किसानों को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा संकल्प है कि छोटा किसान बने देश की शान। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागत का डेढ गुणा किया गया है। किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं और आने वाले समय में ब्लॉक स्तर पर अनाज के भंडारण के लिए भंडारण सुविधायें खड़ी करने की योजना चलाई जा रही है।
किसानों का सशक्त और मजबूत बनाने के लिए अब तक डेढ लाख करोड़ रुपये की राशि छोटे किसानों के खातों में डाली जा चुकी है। इसके अलावा 70 से अधिक मार्गों पर किसान रेल चलाई जा रही हैं। इन रेलों के जरिये कृषि उपज को देश के एक कोने से दूसरे कोने में भेजा जा रहा है। इससे किसानों को सस्ते भाड़े पर उनके उत्पाद मंडियों तक पहुंचाए जा रहे हैं जहां उनकी मांग है। प्रधानमंत्री ने किसानों के लिये उनकी जमीन के आधार पर बैंकों से कर्ज दिलाने की सुविधा वाली स्वामित्व योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘देश में ड्रोन के जरिए काम हो रहा है, दस्तावेजों को आनलाइन अपलोड किया जा रहा है, इससे बैंकों से आसानी से कर्ज मिल रहा है और गांव की जमीन विवाद का नहीं विकास का आधार बन रही है।’
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं आठ करोड़ महिलाओं के लिए भी प्लेटफॉर्म तैयार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवी संस्थानों से जुड़ी महिलाएं एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट बनातीं हैं। लेकिन, ये प्रोडक्ट गांवों तक ही सिमटे रह जाते हैं। इसलिए सरकार ने तय किया है कि ऐसी महिलाओं के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें देश व विदेश में बड़ा बाजार मिले।