नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर तकरीबन तीन दशक बाद जम्मू कश्मीर में आज वो दिलकश नजारा था जिसने साबित कर दिया कि कश्मीर आज भी हमारा है और कल भी हमारा था। इतना ही नही बल्कि ये नजारा एक तरह से जो कहते थे कि कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला न मिलेगा उनके मुंह पर तमाचा इक करारा था। जी! बेहद ही गर्व की बात है कि स्वतंत्रता दिवस के मौक पर रविवार शाम जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर का लाल चौक दीपों से जगमग हो उठा।
गौरतलब है कि आज स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर स्थानीय लोगों ने चौक में स्थित घंटाघर पर एकजुट होकर दिया जलाए। इसके अलावा घंटाघर पर शहनाई भी बजाई गई। बता दें कि इसी लाल चौक पर कभी तिरंगा फहराने से विवाद हो जाता था लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले घंटाघर को तीन रंगों वाली लाइटों से सजा दिया गया था। साथ में वहां पर एक नई बड़ी सी घड़ी भी लगाई गई।
दरअसल लाल चौक पर ये बदलाव आर्टिकल 370 हटने के बाद से ये बदलाव दिखे हैं। तिरंगे से रोशन लाल चौक की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और लोग इस कदम की तारीफ कर रहे हैं। घंटाघर के अलावा श्रीनगर हवाई अड्डे सहित शहर और घाटी में कई प्रमुख इमारतों को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में रोशनी से सजाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार को पर्यावरण के अनुकूल सामग्री जैसे चावल के दाने, मेवा, पत्ते, कपास, चूरा और फूलों की पंखुड़ियों से तैयार रंगोली से सजाया गया है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हरि पर्वत किले में जम्मू-कश्मीर के सबसे ऊंचे राष्ट्रध्वज में कश्मीर में पिछले 30 वर्षों में रविवार को सबसे भव्य तरीके से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की और बाद में उन्होंने शहर के ऐतिहासिक हरी पर्वत किले में 100 फुट ऊंचा तिरंगा फहराया।