लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन बुधवार को योगी सरकार द्वारा अनुपूरक बजट पेश किया गया. योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश ख्नन्ना ने इस दौरान 7,301.52 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया. यह 5 लाख 50 हजार करोड़ के वार्षिक बजट का मात्र 1.33 फ़ीसदी है. योगी सरकार द्वारा इस अनुपूरक बजट को अत्यंत जनकल्याण या फिर अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए पेश किया गया है. इसमें युवाओं और किसानों के साथ आशा बहुओं, आंगनबाड़ी वर्कर और चौकीदारों के मानदेय बढ़ाने की भी व्यवस्था की गई है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के मुताबिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए विशेष तौर पर 3 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. साथ ही गन्ना किसानों के भुगतान, अधिवक्ताओं की समाजिक सुरक्षा निधि, अंबेडकर स्मारक और सांस्कृतिक केन्द्र के निर्माण, आंगनबाड़ी वर्कर, आशा बहुओं, चौकीदारों के मानदेय में बढ़ोत्तरी, बिजली व्यवस्था में सुधार, गौवंश के रख-रखाव और अयोध्या के विकास के लिए भी इस अनुपूरक बजट में व्यवस्था की गई है.
बिना चर्चा के ही पास कराने की अपील
इस दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अनुपूरक बजट पर विस्तृत चर्चा तो गुरुवार को होगी, लेकिन हम विशेष तौर पर यह कहना चाहते हैं कि इस साढ़े 4 साल की सरकार ने जनता की धारणा बदली है. लोकदृष्टि किसी भी सरकार के मूल्यांकन का सबसे बड़ा मापदंड होता है. आज जनता की यह आवाज है कि योगी सरकार ने कई रिकार्ड बनाए हैं और कई रिकॉर्ड को तोड़ा है. इसलिए मैं पूरे सदन से अनुरोध करना चाहता हूं कि हमारे इस 1.33 प्रतिशत के अनुपूरक बजट को बिना चर्चा के ही सभी पास कर दें तो बहुत अच्छा होगा.