लखनऊ. योगी आदित्यनाथ के एक प्रमुख एडवरटोरियल में कोलकाता के फ्लाईओवर की फोटो से दिखाए जाने के बाद से बवाल मच गया है. बीजेपी से टीएमसी में शामिल हुए नेता मुकुल रॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी अपनी पार्टी को बचाने के लिए लाचार हैं. बंगाल के विकास की तस्वीर को बताया अपना. वहीं योगी सरकार के अधिकारियों का कहना है कि ये विज्ञापन नहीं, एडवरटोरियल है. ये अखबार की ओर से छापा जाता है. पेज डिजाइनिंग का काम भी अखबार का ही होता है. इसलिए तस्वीर की जिम्मेदारी अखबार की है.
टीएमसी नेता मुकुल रॉय ने ट्वीट करते हुए लिखा, श्री नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी को बचाने के लिए इतने लाचार हैं कि सीएम बदलने के अलावा उन्हें विकास और बुनियादी ढांचे की तस्वीरों का भी सहारा लेना पड़ा है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी तस्वीर शेयर करते हुए कहा, ऐसा विकास न सुना होगा न देखा होगा. कोलकाता का फ्लाईओवर खींचकर लखनऊ ले आए हमारे CM आदित्यनाथ जी. भले ही विज्ञापन में ले आए लेकिन लाए तो.
मुकुल रॉय ने सितंबर 2017 में टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था और दो महीने बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद, उन्हें सितंबर 2020 में बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया. जब उन्होंने नदिया जिले की कृष्णानगर उत्तर सीट जीती, तो मई 2019 में पार्टी में शामिल हुए उनके बेटे सुभ्रांशु बीजपुर सीट से हार गए, जहां से वह मौजूदा विधायक थे. 2 मई को, टीएमसी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 213 सीटें जीतकर निर्णायक जीत हासिल की, जबकि बीजेपी केवल 77 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल कर सकी.
नंदीग्राम के विधायक शुवेंदु अधिकारी ने मुकुल रॉय को विपक्ष के नेता के पद पर पछाड़ने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य के बारे में अटकलों का दौर शुरू कर दिया. इसके बाद रॉय के बेटे ने सोशल मीडिया पर यह लिखकर विवाद खड़ा कर दिया कि लोगों के समर्थन से सत्ता में आई सरकार की आलोचना करने से पहले आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. अंत में, रॉय और उनके बेटे ने 11 जून को सीएम ममता बनर्जी और उनके भतीजे की उपस्थिति में टीएमसी में फिर से शामिल हो गए.