बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में दिल्ली-कानपुर नेशनल हाईवे-91 पर मुंबई के रहने वाले कासगंज के सर्राफा व्यापारी के कर्मचारियों से इनकम टैक्स ऑफिसर बन 72 लाख रुपये की नगदी लूट का मामला सामने आया है. सर्राफा व्यापारी के कर्मचारी कार से 72 लाख रुपये की नगदी कासगंज से दिल्ली के चांदनी चौक लेकर जा रहे थे. लूट की वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया. हालांकि पुलिस ने मामले को ठगी की धाराओं में दर्ज कर जांच शुरू की है.
मुंबई के रहने वाले कासगंज के सर्राफा व्यापारी नवनाथ जाधव के कर्मचारी ओंकार व शिवा टीयूवी कार में सवार होकर ड्राइवर राकेश के साथ दिल्ली जा रहे थे. ओंकार ने बताया कि सर्राफा व्यापारी ने 72 लाख रुपए की रकम दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक व्यापारी को पहुंचाने के लिए दी थी. वे 72 लाख रुपए की रकम एक बैग में रखकर कासगंज से दिल्ली जा रहे थे कि रास्ते में बुलंदशहर के खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र के अग्रवाल ब्रिज के पास कार सवार चार लुटेरों ने ओवरटेक कर कार को रोक लिया. कार से एक वर्दीधारी उतरा जिसने पहले कार के कागजात चेक किए फिर उसके बाद कार में बैठ नगदी से भरे बैग को लेकर फरार हो गए.
उसने बताया कि लुटेरे खुद को इनकम टैक्स विभाग का अफ़सर बता रहे थे और टीयूवी कार को दिल्ली तक आगे-आगे लेकर चलने की बात कह रहे थे. पीड़ितों ने खुर्जा कोतवाली पहुंचकर मामले की जानकारी पुलिस को दी तो खुर्जा पुलिस में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में जिले की सीमाएं सील कर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी गई.
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मामले की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. प्रथम दृष्टया मामला ठगी प्रतीत हो रहा है. फिलहाल पुलिस सर्राफा व्यापारी के कर्मचारियों के चालक से पूछताछ में जुटी है. प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह ने बताया कि मामला ठगी का है और धारा 380 व 420 के तहत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस के मुताबिक मामले की क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम व खुर्जा पुलिस जांच में जुटी है. शीघ्र ही वारदात का खुलासा हो सकेगा. लूट का शिकार हुए कासगंज के सर्राफा व्यापारी के कर्मचारी ओंकार की माने तो इनकम टैक्स ऑफिसर बन कर आए लुटेरे और एक वर्दीधारी युवक के पास कोई हथियार नहीं था. बड़ी ही चालाकी से बिना हथियार के दिनदहाड़े लूट की हाईवे पर वारदात को अंजाम दे लुटेरे फरार हो गए.