बॉलीवुड में शम्मी आंटी के नाम से मशहूर एक्ट्रैस की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई है. 1931 में मुंबई में जन्मीं एक्ट्रैस का असली नाम नरगिस रबाड़ी था. उन्होंने 200 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया था. फिल्मों के साथ टेलीविजन में भी उनकी पारी सफल रही. 1950 के दशक में शम्मी आंटी ने ‘बाग़ी’, ‘आग का दरिया’, ‘मुन्ना’, ‘रुखसाना’, ‘पहली झलक’, ‘लगन’, ‘बंदिश’, ‘मुसाफ़िरखाना’, ‘आज़ाद’ और ‘दिल अपना और प्रीत परायी’ जैसी कई फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई.
उनके देहांत से अमिताभ बच्चन भई दुखी हैं और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दुख जताया है.
T 2735 – Shammi Aunty .. prolific actress, years of contribution to the Industry, dear family friend .. passes away ..!!
A long suffered illness, age ..
Sad .. slowly slowly they all go away ..
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कैसे उनका नाम शम्मी आंटी पड़ा. उनके मुताबिक, नरगिस जी उस जमाने की एक बहुत बड़ी स्टार थीं इसलिए फिल्म डायरेक्टर तारा हरीश ने मुझे नया नाम ‘शम्मी आंटी’ दिया. जो फ़िल्म ‘मल्हार’ के मेरे चरित्र का नाम था. उन्होंने कई बड़े स्टार के साथ काम किया. साल 1952 में दिलीप कुमार और मधुबाला के साथ फ़िल्म ‘संगदिल’ में शम्मी आंटी सहनायिका की भूमिका में नज़र आयीं.