नई दिल्ली. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में खराब मौसम की ही वजह से दुर्घटनाग्रस्त होने की आंशका जताई गई है. विशेष सूत्रों का कहना है कि विमान हादसा होने से पहले पायलट की ओर से कोई संकट कॉल नहीं की गई थी. विशेष सूत्रों का कहना है कि विमान हादसा होने से पहले पायलट की ओर से कोई संकट कॉल नहीं की गई थी. सूत्रों के मुताबिक पायलट ने सुलूर एटीसी को रेडियो संदेश दिया था और बताया था कि उन्होंने वेलिंगटन हेलीपैड पर उतरने के लिए उतरना शुरू कर दिया है. यह लैंडिंग से पहले 7-8 मिनट का था.
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य कर्मियों का निधन हो गया था. गुरुवार को सभी के पार्थिव शरीर दिल्ली लाए गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष सैन्य अफसरों ने पालम हवाई अड्डे पर पहुंचकर सभी को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, एयर चीफ मार्शल एवीआर चौधरी, रक्षा सचिव अजय कुमार उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने यहां दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की.