लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी ने टिकट को लेकर बड़ा फैसला किया है. बीएसपी चीफ मायावती ने कहा कि चुनाव में पार्टी साफ छवि वाले प्रत्याशियों को टिकट देगी. असल में बीएसपी से सांसद-विधायक बनने के बाद सामने आ रहे आपराधिक मामलों को देखते हुए विधानसभा चुनाव में सिर्फ साफ-सुथरी छवि वाले लोगों को ही टिकट देने का फैसला किया है. हालांकि बीएसपी 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में कई बाहुबली नेताओं को टिकट दे चुकी है.
जानकारी के मुताबिक बीएसपी चीफ मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि टिकट चाहने वालों से पहले कोई आपराधिक इतिहास नहीं होने का शपथ पत्र लें और प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए तीन-तीन नाम सुझाए. मायावती ने कहा कि वह विरोधियों को हथकंड़े को समझे और उससे सावधान रहें. पार्टी प्रत्याशी के चुनाव को लेकर सावधानी बरत रही है. असल में पिछले कई समय से पार्टी सिंबल से सांसद-विधायक बनने के बाद नेताओं पर कुछ संगीन आपराधिक मामले सामने आए हैं, उसे देखते हुए मायावती ने ये फैसला किया है. बताया जा रहा है कि मायावती पिछले चुनाव में बीएसपी के टिकट पर जीते विधायकों के दूसरे दलों में जाने को लेकर भी नाराज हैं. लिहाजा उन्होंने कार्यकर्ताओं से ऐसे नेताओं से सावधान रहने को कहा है.
बीएसपी टिकट पाने वालों से लेगी शपथ पत्र
जानकारी के मुताबिक बीएसपी यूपी चुनाव में साफ-सुथरी छवि के प्रत्याशियों को टिकट देगी और टिकट चाहने वालों को शपथ पत्र देना होगा. जिसमें उन्हें इस बात की जानकारी देनी होगी कि उनके खिलाफ कोई गंभीर आपराधिक मामला नही है. ना ही उनके महिला उत्पीड़न, हत्या, अपहरण सहित कोई गंभीर आपराधिक मामला दर्ज है. प्रत्याशी को ये बताना होगा कि उसके खिलाफ कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और अगर था भी तो वह अपराध से बरी हो गया है.
2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार को दिया था टिकट
भले मायावती ने अब साफ छवि वाले प्रत्याशियों को टिकट देने का ऐलान कर रही है. वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी ने कई बाहुबली नेताओं को टिकट दिए थे. बीएसी ने मऊ के बाहुबली और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को भी टिकट दिया था. जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया था.