इसी ट्वीट में आगे कहा गया, योगी जी लड़कियों से इतने डरे हैं कि लखनऊ में मैराथन की अनुमति रद्द कर दी। लेकिन लड़कियां लड़ेंगी। गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति निरस्त किए जाने के बाद शनिवार की शाम को कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ पुलिस आयुक्त के कैंप कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति इसलिए नहीं मिली क्योंकि प्रदेश की लड़कियों का झुकाव कांग्रेस की तरफ दिख रहा है।
कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा के निर्देश पर पार्टी को रविवार को राजधानी के गौतमपल्ली थाना इलाके के 1090 चौराहे से लड़कियों की मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करना था। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि अनुमति निरस्त होने के बावजूद बहुत सी लड़कियां रविवार की सुबह 1090 चौराहे पर पहुंची और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी दर्ज कराई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने पीटीआई- से शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने मैराथन दौड़ की अनुमति मांगी थी लेकिन इजाजत नहीं दी गई तो वे लोग इसके विरोध में प्रदर्शन करने आए थे।
उन्होंने बताया कि पार्टी पदाधिकारियों से कहा गया कि वे मैराथन दौड़ न करें बल्कि ‘बंद स्थान’ पर कोई कार्यक्रम कर लें जिसकी अनुमति दे दी जाएगी। शनिवार की शाम को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर को होने वाली लड़की हूं लड़ सकती हूं मैराथन दौड़ प्रतियोगिता पर योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा रोक लगाना भाजपा की महिला विरोधी सोच और लोकतंत्र में दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करता है।