नई दिल्ली. भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. मोदी के कई कीमती पेंटिंग्स को जब्त कर उसकी नीलामी की गई है. जांच एजेंसी को नीलामी के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपये मिले. इन पैसों से बैकों के लोन को चुकाने का काम किया जा रहा है. बता दें कि नीरव मोदी दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (घोटाला मामले में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी है.
पिछले कुछ समय से जांच एजेंसी नीरव मोदी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. इस दौरान उनके कई प्रॉपर्टी को अटैच किया गया. साथ ही इस दौरान मोदी के आवास और दफ्तर से कई सारे बेहद शानदार और विदेशी बेशकीमती पेंटिंग्स जब्त की गई. बाद में ईडी ने नीलामी के जरिए इसे बेच कर करीब एक हजार करोड़ रुपये जमा किए. ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक इन पैसों को पीएनबी बैंक को दिया गया है.
इसी हफ्ते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया था कि देश के बैंको से हज़ारों करोड़ का लोन लेकर विदेश भागने वाले कारोबारी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से बैंको ने 13109 करोड़ रुपये रिकवर किए हैं. बता दें कि इस साल जुलाई में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में बैंकों के एक संघ ने विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे भगोड़े और डिफॉल्टरों से 792.11 करोड़ रुपये की वसूली की थी.
बता दें कि मार्च 2019 में गिरफ्तारी के बाद से नीरव मोदी दक्षिण-पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद है. मोदी भारत में प्रत्यपर्ण के मुकदमे का सामना कर रहा है. नीरव मोदी को दिसंबर 2019 में ”भगौड़ा आर्थिक अपराधी” घोषित किया गया था. इन दिनों भारत की प्रत्यर्पण की अपील पर इंग्लैंड के हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है. नीरव मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य और मानवाधिकार आधारों पर राहत के लिए अपील कर रखी है.