राजकोट. गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजकोट के अटकोट में नवनिर्मित मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल उद्घाटन किया. यह अस्पताल 40 करोड़ की लागत से बना और पटेल सेवा समाज की ओर से इस मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल का निर्माण कराया गया है. इससे पहले एयरपोर्ट पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी की आगवानी की.
पीएम मोदी ने अस्पताल के उद्घाटन के बाद पाटीदार समाज की जनसभा को भी संबोधित किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल, केंद्रीय मंत्री परसोत्तमभाई रूपला मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये आप के ही संस्कार हैं, पूज्य बापू और सरदार पटेल की इस पवित्र धरती के संस्कार हैं कि आठ साल में गलती से भी ऐसा कुछ नहीं किया है, जिसके कारण आपको या देश के किसी नागरिक को अपना सिर झुकाना पड़े. आज जब गुजरात की धरती पर आया हूं तो मैं सिर झुकाकर गुजरात के सभी नागरिकों का आदर करना चाहता हूं.
उन्होंने कहा कि आपने मुझे जो संस्कार और शिक्षा दी, समाज के लिए जीने की बातें सिखाई, उसकी बदौलत मैंने मातृभूमि की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी. केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार राष्ट्रसेवा के 8 साल पूरे कर रही है. इन वर्षों में हमने गरीब की सेवा, सुशासन और गरीब के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है.
पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए हमने देश के विकास को नई गति दी है. हमारी माता-बहनों के जनधन बैंक खाते में सीधे पैसे जमा किए. किसानों और मज़दूरों के बैंक खाते में पैसा जमा किया. हमने मुफ्त गैस सिलेंडरों की भी व्यवस्था की ताकि गरीब की रसोई चलती रहे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों की सरकार होती है तो कैसे उसकी सेवा करती है, उन्हें सशक्त करने के लिए काम करती है, ये आज पूरा देश देख रहा है. 100 साल के सबसे बड़े संकट काल में भी देश ने ये लगातार अनुभव किया है. महामारी शुरू हुई तो, गरीब के सामने खाने-पीने की समस्या हुई, तो हमने देश के अन्न भंडार खोल दिए.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार सुविधाओं को शत प्रतिशत नागरिकों तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है. जब हर नागरिक तक सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य होता है तो भेदभाव भी खत्म होता है, भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नहीं होती.