नई दिल्ली! देश में जारी केंद्रीय बोर्ड की परीक्षाओं के बीच 12वीं बोर्ड के अकाउंट्स का पेपर लीक होने की खबर सामने आने से हड़कंप मच गया. हालांकि, सीबीएसई ने एक बयान जारी कर कहा है कि पेपर लीक की खबर फर्जी थी और पेपर्स की सील सभी परीक्षा केंद्रों पर ठीक पाई गई है.
सीबीएसई ने आगे कहा कि परीक्षा की प्रोसेस के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने के लिए गलत संदेश दिए. सीबीएसई ने फैसला किया है कि वो ऐसे लोगों के खिलफा सख्त एक्शन लेगी.
आज सुबह इस पेपर से जुड़े प्रश्नों के स्क्रीन शॉट्स व्हटसएप पर शेयर किए जा रहे हैं. मामले की शिकायत मिलने के बाद सीबीएसई ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है ये पेपर 2000 रुपये में मिल रहा है.
उधर, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इन खबरों का खंडन किया है कि बारहवीं की परीक्षा में आज अकाउंट का पर्चा लीक नहीं हुआ है और यह खबर पूरी तरह निराधार है. सीबीएसई की जनसंपर्क अधिकारी रमा शर्मा ने आज यहां जारी बयान में कहा है कि परीक्षा के दौरान कुछ उपद्रवी लोगों ने व्हाटसएप और सोशल मीडिया पर यह गलत सूचना डाल दी कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है.
बयान में यह भी कहा गया है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पूरी तरह से सील बंद थे. सीबीएसई ने इस मामले में झूठी खबर देने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है और उनके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज किया जा रहा है.
गौरतलब है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट कर यह सनसनी फैला दी कि बारहवीं की परीक्षा में अकाउंट का पेपर लीक हो गया है जिसके कारण छात्रों में हड़कंप मच गया और सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गयी. इसके बाद सीबीएसई को सफाई देकर स्थिति को स्पष्ट करना पड़ा.