मौसम चाहे कोई भी हो, बच्चों की सेहत का खास-ख्याल रखना पड़ता है. क्योंकि बीमारियां लगने का डर सबसे ज्यादा बच्चों को ही होता है. हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा तंदुरुस्त रहे. ऐसे में बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद उपचार से बेहतर कुछ भी नहीं है. आयुर्वेद तरीकों से बच्चों को साइड इफैक्ट होने का डर भी नहीं रहता और उनकी छोटी-मोटी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं. आज हम आपको ऐसे ही कुछ आयूर्वेदिक तरीकें बताएंगे, जिससे आप बच्चों को छोटी-मोटी प्रॉब्लम को दूर कर सकते हैं.
1. कब्ज की समस्या
अगर आपके बच्चे को कब्ज की समस्या है तो इसे उसे फाइबर युक्त चीजें जैसे किशमिश, खजूर, शहद, तिल के बीज, पपीता, अंगूर और ताजा अंजीर खाने के लिए दें.
2. बच्चों का दांत निकालना
दांत निकालते समय बच्चें दर्द के साथ मसूड़ों में खुजली से भी परेशान होते हैं. ऐसे में बच्चे को छोटी पीपल के पत्तों को बारीक पीस कर शहद के साथ दिन में 2-3 बार चटाएं. इससे उन्हें तुरंत आराम मिल जाएगा. इसके अलावा शहद में सुहागा पीसकर निकल रहे दांतों पर मलें. इससे बच्चे दांत आसानी से निकलते हैं.
3. दस्त होने पर
बच्चा अगर दस्त की समस्या से परेशान है तो उसे जायफल घिसकर शहद के साथ दिन में 2 बार खिलाएं. इसके अलावा बच्चों को सौंफ और सोंठ का काढ़ा पिलाने से भी दस्त की समस्या दूर हो जाती है. अगर बच्चे को हरे दस्त आ रहे हैं तो उन्हें थोड़ा सा अरंडी का तेल यानी कैस्टर ऑयल चटाएं.
4. जुकाम या खांसी
सर्दी खांसी होने पर बच्चे को तुलसी का रस पीने के लिए दें. इसके अलावा आप उन्हें काढ़ा बनाकर भी दे सकते हैं. इसके लिए 1/2 इंच अदरक, 1 ग्राम तेजपत्ते को 1 कप पानी में भिगो दें. इसके बाद इसमें 1 चम्मच मिश्री मिलाकर दिन में तीन बार बच्चों को पिलाएं.
5. कान में इंफैक्शन
बड़ों से ज्यादा बच्चों को कान में इंफैक्शन का खतरा रहता है. ऐसे में आप नीम की कुछ पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें और उसकी 2-3 बूंदे बच्चों के कान में डालें. इसके अलावा आप नीम के तेल से भी इंफैक्शन की समस्या को दूर कर सकती हैं.
6. पेट के कीड़े
छोटे बच्चे के पेट में कीड़े जल्दी पनपने लगते हैं. आंतों में पैदा होने वाले कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए आप बच्चे को लहसुन खाने के लिए दें. इससे पेट के कीड़ों की समस्या कुछ समय में ही दूर हो जाएगी.