नई दिल्ली! अमेरिका ने जहां एच-1बी वीजा की फास्ट प्रोसेसिंग सर्विस रोक दी है वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी तगड़ा झटका दे दिया है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कुशल विदेशी वर्करों को जारी किए जाने वाले उपवर्गीय 457 वीजा को खत्म कर दिया है. उपवर्गीय 457 वीजा भारतीयों में काफी लोकप्रिय था और काफी संख्या में भारतीय पेशेवर इसका लाभ उठा चुके हैं.
ये वीजा भारतीयों में इतना लोकप्रिय है कि 1 लाख के पीछे 22 हजार आवेदक भारतीय ही होते रहे हैं. इसका सबसे बड़ा नुकसान ये होगा कि विदेशी वर्करों की नियुक्ति तो होती रहेगी, लेकिन वहां स्थाई तौर पर रहना मुश्किल हो जाएगा.
इसके अलावा पहली जॉब की तलाश करनेवालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि अब न्यूनतम 2 वर्षों का अनुभव अनिवार्य कर दिया गया है. ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करनेवाले भारतीय छात्र भी इसके शिकार होंगे.
इसी महीने से उसने एक नया टेंपररी स्किल शॉर्टेज (टीएसएस) वीजा का आगाज कर दिया. नए वर्क वीजा की वजह से विदेशी वर्करों को नौकरी पर रखना ज्यादा महंगा हो जाएगा.