सतना । देश में आज भी ये कितनी बड़ी विडम्बना है कि शिक्षा और चिकित्सा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र जिन्हें बेहद आदर्श और समाज सेवा का जरिया माना जाता था वो ही आज लोगों के लिए कमाई और लूट खसोट का जरिया बन के रह गये हैं। इसका एक ताजा और बेहद अफसोसनाक उदाहरण तब देखने को मिला जब मध्य प्रदेश के एक जिले में एक निजी कॉलेज से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
गौरतलब है कि जहां मात्र 300 रुपए फीस न भरने के चलते एक छात्र की मौत हो गई। साकेत का रहने वाला मृतक छात्र मोहनलाल शहर के ही एक निजी कॉलेज में बीसीए का छात्र था। परिजनों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने 300 रुपए की फीस न देने के कारण बीसीए छात्र को परीक्षा नहीं देने दी और भविष्य बर्बाद होने की चिंता से छात्र को हार्ट अटैक आया जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतक छात्र के परिजनों के अनुसार छात्र फीस के 25700 रुपए भर चुका था। मात्र 300 रुपए के लिए छात्र को कॉलेज प्रबंधन ने एडमिट कार्ड नहीं दिया। जिससे सदमे में आकर उसकी की मौत हो गई। वहीं, घटना से गुस्साए परिजनों ने सड़क पर हंगामा कर दिया और चक्काजाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि छात्र की मौत के लिए कॉलेज प्रबंधन जिम्मेदार है। उन्होंने मांग की है कि कॉलेज के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं का मामला दर्ज होना चाहिए। अन्यथा चक्काजाम जारी रहेगा।