बेंगलूरू। कर्नाटक में सरकार बनने से लेकर मंत्रीमण्डल विस्तार तक न सिर्फ तमाम पेंचोखम रहे हैं बल्कि आज भी बवाले नही कुछ कम हैं इसी क्रम में अब यहां हालांकि मंत्रिमंडल में पोर्टफोलियो को लेकर कांग्रेस-जेडीएस का मतभेद तो खत्म हो गया है लेकिन कुछ कांग्रेसी नेताओं में कांग्रेस के शीर्ष नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री के खिलाफ नाराजगी है।
गौरतलब है कि बेंगलुरु में विधान सभा के सामने कांग्रेस विधायक सतीश जरकीहोली और उनके समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी मांग है कि उन्हें भी कर्नाटक केबिनेट में शामिल कर मंत्री बनाया जाए।
दरअसल आज कर्नाटक मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। कर्नाटक के गवर्नर वजुभाई वाला नए मंत्रियों को लगभग सवा दो बजे शपथ दिलाएंगे। शपथ समारोह राजभवन में होगा। एचडी कुमारस्वामी और जी परमेश्वर ने 23 मई को ही मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी।
जबकि एक जून को गठबंधन समझौते के अनुसार कांग्रेस के पास मंत्रिमंडल में 22 सीटें और जेडीएस के पास 12 सीटें हैं। कांग्रेस तो अपने सभी 22 सीटों पर मंत्री बनाएगी जबकि कुमारस्वामी ने 9 मंत्रियों को शपथ दिलवाएंगे। उन्होंने कुछ सीटें खाली छोड़ दी है। इसे एक राजनीतिक रणनीति मानी जा रही है।
जिसके तहत कांग्रेस को गृह, सिंचाई, स्वास्थ्य, कृषि और महिला बाल कल्याण विभाग मिले हैं वहीं जेडीएस को वित्त एवं आबकारी, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, पर्यटन और परिवहन मंत्रालय दिए गए।