लखनऊ। अपने ही विधायकों और सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर द्वारा लगातार लगाये जा रहे अधिकारियों द्वारा जारी भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच एक युवक द्वारा CM योगी के प्रमुख सचिव पर घूस मांगे जाने के आरोप को लेकर सियासी गलियारों में हड़कम्प मच गया। वहीं भाजपा कार्यालय प्रभारी की रिपोर्ट पर कारवाई करते हुए पुलिस द्वारा उक्त युवक को ही गिरफ्तार किये जाने से विपक्ष सरकार पर और भी ज्यादा हमलावर हो गया हैं। जबकि सरकार ने मामले की तह तक जाने के लिए पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री शशि प्रकाश गोयल पर 25 लाख रुपया घूस लेने का आरोप लगाने वाले युवक अभिषेक कुमार गुप्ता को आज यानी शुक्रवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जाता है कि उसके खिलाफ गुरुवार को भाजपा के नेता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालांकि प्राथमिक पूछताछ में अभिषेक ने माना कि उसने दबाव बनाने के लिए ऐसा आरोप लगाया था। लेकिन फिर भी आगे की जांच जारी है।
वहीं एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि अभिषेक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल की राज्यपाल से शिकायत करने वाले अभिषेक गुप्ता के खिलाफ भाजपा कार्यालय प्रभारी ने गुरुवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अभिषेक गुप्ता से पुलिस पूछताछ कर रही है। उसके खिलाफ भाजपा के नाम पर अधिकारियों को धमकाने के साथ ही धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बताया जाता है कि लखनऊ के रहने वाले अभिषेक गुप्ता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर 25 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था, जिसके बाद गुरुवार रात को हजरतगंज थाने में अभिषेक गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया था।
जिस पर मुख्यमंत्री के विशेष सचिव सुभ्रांत शुक्ला ने 28 मई को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय को सूचित किया था कि इंदिरा नगर निवासी अभिषेक गुप्ता भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन और अन्य पदाधिकारियों के नाम लेकर अनुचित कार्य कराने का दबाव बना रहा है।
वहीं इस बाबत भाजपा के प्रदेश कार्यालय प्रभारी भारत दीक्षित ने इसे पार्टी की छवि धूमिल करने वाली कार्रवाई बताया। उन्होंने एसएसपी को पत्र लिखकर कहा है कि अभिषेक गुप्ता न तो भाजपा कार्यकर्ता है ना कार्यालय में कार्यरत है। भारत दीक्षित ने पार्टी पदाधिकारियों के नाम का दुरुपयोग करने वाले गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की थी।
ज्ञात हो कि अभिषेक गुप्ता ने हरदोई जिले की संडीला तहसील केरैसो गांव में पेट्रोल पंप की स्थापना के लिए मुख्य मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने की मांग की थी। उनका आवेदन नियमानुसार न होने के कारण खारिज कर दिया गया था।
जबकि अभिषेक ने राज्यपाल से शिकायत की थी कि सीएम ऑफिस के अधिकारी ने उनसे 25 लाख रुपये की मांग की थी। रिश्वत न देने पर उनके प्रत्यावेदन पर निर्णय नहीं हो पाया है। राज्यपाल राम नाईक ने मामले में समुचित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।
हालांकि इस मामले में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव राजीव कुमार को अभिषेक गुप्ता के हरदोई स्थित पेट्रोल पंप की स्थापना संबंधी मामले की तथ्यात्मक जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
वहीं हिरासत में लिये जाने पर अभिषेक के परिवारीजन मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। घरवालों का कहना है कि वो न्याय की मांग करने आए हैं। आवाज दबाने के लिए अभिषेक को पुलिस ने हिरासत में लिया। इसलिए हम यहां सीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग करने पहुँचे है ।