लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपीपीसीएस मेन्स परीक्षा में हुई लापवाही पर एक बार फिर आज सरकार को आड़े हाथों लिया है। साथ ही उन्होंने आज स्वीकार किया कि जहां तक अनुभव की बात है तो वाकई सिर्फ काम के बूते चुनाव नही जीता जा सकता। उसके लिए तमाम अन्य चीजों पर भी गौर करना होता है। जिसके लिए मैं बखूबी अध्ययन कर रहा हूं।
गौरतलब है कि आज आज यूपीपीसीएस मेन्स की परीक्षा में लापरवाही के चलते हुए बवाल और आज की परीक्षा निरस्त किये जाने पर एक बार फिर ट्वीट कर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये सब सरकार की जिद का परिणाम है। क्योंकि इतने कम समय में बिना किसी तैयारी के परीक्षा कराया जाना न तो उक्त संस्था के लिए उचित है और न ही उन युवाओं के लिए जिनका भविष्य इस परीक्षा पर टिका हुआ है।
साथ ही परीक्षा में आये विघ्न पर उन्होंने कहा कि ये सब लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते हुआ है और काफी हद तक सरकार की परीक्षा तय समय पर ही कराने की जिद का परिणाम भी है। सरकार को इस पर बखूबी गौर करना चाहिए क्योंकि इससे तमाम युवाओं के भविष्य जुड़ा है।
इसके अलावा आज पत्रकारों से औपचारिक बातचीत के दौरान अखिलेश ने कहा कि हाल के 2017 के प्रदेश के चुनाव से मिले अपने अनुभव के हिसाब से सिर्फ काम के ही बूते चुनाव नही जीता जा सकता है क्यों कि बहुत सी और भी चीजें हैं जिन पर गौर करना भी जरूरी होता है। मैं बखूबी अब इस पर चिन्तन और अध्ययन कर रहा हूं। इसके साथ ही मैं कृष्ण को भी पढ़ रहा हूं।
इतना ही नही उन्होंने आखिर मैं भी एक हिन्दू हूं कहकर एक तरह से काफी हद तक सियासत और धर्म का नाता बखूबी समझ में आ जाने के संकेत दिये। साथ ही उन्होंने जैसा कि कहा कि वो अब वासुदेव के परिवार का इतिहास भी बखूबी खंगाल रहे हैं उससे जाहिर हो रहा है कि भाजपा के राम के मुकाबले वो कृष्ण को साथ लेकर चलने वाले हैं।