अहमदाबाद। विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़यिा ने सोमवार लगभग दस घंटे तक उनकी रहस्यमय गुमशुदगी के बारे में आज खुलासा करते हुए दावा किया कि उनका फर्जी इनकाउंटर हो सकता है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो लगातार उन्हें डराने की कोशिश कर रही है। तोगड़िया आज यहां एक निजी अस्पताल में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कई बार भावुक भी हो गए और उनके आंसू निकलने लगे।
इस दौरन उन्होंने कहा कि कि मेरा एनकाउंटर होने वाला ऐसा मुझे बताया गया है। उन्होंने कहा- मेरी गुजरात या राजस्थान पुलिस से कोई शिकायत नहीं है, बस वो सर्च वारंट लेकर आएं। साथ ही उन्होंने कहा कि समय आने पर सबूत के साथ इस बात का खुलासा करूंगा कि कौन मेरी आवाज दबाने का और जेल भेजने का लंबे समय से षडयंत्र कर रहा है। क्योंकि वर्षेां से मैं हिंदुओं की आवाज उठाता रहा हूं और हिंदू एकता के लिए प्रयास करता रहा हूं। राम मंदिर, गोहत्या पर पाबंदी जैसे मुद्दों को मैं हिंदुओं की तरफ से उठाता रहा हूं। मैं न तो एनकाउंटर से डरता हूं और न मरने से।
मैंने देश में 10 हजार डॉक्टर बनाए और सेंट्रल आईबी ने उनके घरों पर जाकर डराना शुरू किया। इस संबंधी मैंने केंद्र को पत्र भी लिखा लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया। मुझे किसी ने बताया कि 16 पुलिस स्टेशन से राजस्थान पुलिस का काफिला आ रहा है और उनके साथ गुजरात पुलिस भी है। मेरा एनकाउंडर होने वाला है। जब मैंने राजस्थान मुख्यमंत्री और वहां गृहमंत्री से गिरफ्तारी पर बात की तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है। गुजरात पुलिस मेरे कमरे की तलाशी क्यों लेने आई थी, समझ नहीं आ रहा। अब मैं मीडिया के साथ ही कमरे में जाऊंगा ताकि जो भी मेरे कमरे से मिले वो सबके सामने आए।
तोगड़िया सोमवार सुबह लापता हो गए थे। वे रात को यहां एक पार्क में बेहोशी की हालत में मिले। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। तोगड़िया उस समय से लापता थे जब उन्हें एक पुराने मामले में गिरफ्तार करने के लिए राजस्थान पुलिस का एक दल यहां आया था। दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद के बयान के अनुसार शरीर में शर्करा का स्तर कम होने की समस्या से ग्रस्त तोगड़िया शाहीबाग इलाके के एक पार्क में बेहोश मिले और उन्हें चंद्रमणि अस्पताल ले जाया गया। शाहीबाग पालदी स्थित विहिप के कार्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर है। अहमदाबाद पुलिस ने विहिप नेता का पता लगाने के लिए चार दलों का गठन किया था। तोगड़िया का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उनकी शुगर कम हो गई थी इसलिए वे बेहोश हो गए थे। डॉक्टरों ने कहा कि तोगड़िया की हालत सुधरते ही उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।