नई दिल्ली। हाल के काफी वक्त से सत्ता से बेदखल और उस पर आजादी से लेकर आज तलक जारी उनकी ऐसी कई चीजों में दखल जो सबब बनी उनकी इचिंग का जिसके चलते ही उन्होंने अपना तमाम गुबार निकाला मुद्दा लेकर लिंचिंग का। ये ही वजह थी कि वह इस मामले पर बोलते हुए इतना रौ में बह गये कि हद से कुछ ज्यादा ही फिजूल की बातें कह गये।
गौरतलब है कि मॉब लिंचिंग को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने एक तरह से अपने ऊपर शिकंजा कसे जाने की खीज को मॉब लिंचिंग की आड़ में निकालते हुए कहा कि भारत मुसलमानों को मारा जा रहा है और भीड़ पागल कुत्तों की तरह दौड़ रही है।
इतना ही नही अबदुल्ला ने कहा कि हमारे देश में मुसलमानों के हालात बुरे हो चुके हैं और भीड़ पागल कुत्तों की तरह दौड़ते हुए उन्हें मार रही है। यह वो भारत नहीं है, जिसे हम जानते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह हम पर रहम करे।
ज्ञात हो कि गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस और सीपीएम के सांसदों ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर जमकर हंगामा किया। लोकसभाम हंगामें के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और ऐसी घटनाएं पहले भी होती रही हैं। राज्य सरकारों को इस मुद्दे पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। कानून व्यवस्था राज्य का मुद्दा है।
साथ ही लोकसभा में जवाब देते हुए राजनाथ ने कहा, इस प्रकार की घटनाएं बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं और इस संबंध में जहां पर भी घटनाएं हैं। तत्काल मैंने उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है। मैं उनसे यही कहता हूं कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इस बीच मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान से असंतुष्ट कांग्रेस, सीपीएम समेत विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया।