लखनऊ। प्रदेश में सरकार की तमाम कवायदों के बावजूद बेटियों से दरिंदगी के मामलों में कमी नही आ पा रही है और दरिंदों द्वारा उनको शिकार बनाये जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। हद की बात तो ये है कि हाल में सामने आऐ मामलों में रक्षकों द्वारा ही भक्षक बन जाना बेहद ही गंभीर और चिंता का विषय है। अभी जनपद मुरादाबाद में सिपाही द्वारा छात्रा को अगवा कर शिकार बनाये जाने का मामला अभी ठंडा नही हो पाया था कि अब जनपद हरदोई में एक रंगीन मिजाज दरोगा की काली करतूत सामने आने से खाकी फिर दागदार हो गई।
गौरतलब है कि प्रदेश के जनपद हरदोई में एक स्नातक छात्रा ने पुलिस के एक दारोगा पर शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में दारोगा को निलंबित कर बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जनपद के मझिला थाने में तैनात दारोगा राजेश यादव पर मैनपुरी जिले की एक युवती ने आरोप लगाया है कि माता-पिता की मृत्यु के बाद वह देहात कोतवाली इलाके में रहकर गवर्मेंट डिग्री कालेज में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी। उस दौरान दारोगा देहात कोतवाली इलाके में तैनात था और पुलिस थाने के पास ही उसका कॉलेज था। यही पर वह एक वर्ष पूर्व दारोगा के संपर्क में आई।
वहीं इस दौरान दारोगा ने शादी का झांसा देकर उसके साथ यौन संबंध स्थापित किए और लगातार उसका शारीरिक शोषण किया जिसके वह गर्भवती हो गई। छात्रा का आरोप है उसने 8 जून को शाहजहांपुर में एक बच्चे को जन्म दिया जिसके बाद से दारोगा उसके साथ मारपीट करने लगा। उसने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की जिनके आदेश पर पुलिस थाने में दारोगा के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करके उसका मेडिकल कराया गया।
वहीं बताया जाता है कि मेडिकल के लिए युवती को लाते समय उसके नवजात बच्चे की हालत बिगड़ गई तो पुलिस ने आननफानन में युवती को उसके नवजात बच्चे के लिए उपचार के लिए पुलिस अभिरक्षा में लखनऊ भेजा है। एसपी ने दारोगा को निलंबित करके उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए है जिसके बाद से दारोगा फरार है।
प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा एक छात्रा का अपहरण कर रेप किये जाने का मामला सामने आने से हड़कम्प मच गया था। हालांकि आरोपी सिपाही को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया था। कांस्टेबल ने सिविल लाइंस से अगवा कर होटल में छात्रा के साथ बलात्कार के आरोपी सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया। एएसपी सिविल लाइंस की रिपोर्ट के बाद देर रात एसएसपी ने कार्रवाई की। सिपाही पुलिस कस्टडी में ही पीड़िता के परिजनों को धमकाता रहा था।