लखनऊ। अक्सर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान आखिरकार अब शिकंजा कसने के चलते बेहद मायूस और बेजार हो चले हैं इसीलिए सरकार द्वारा उन पर मुकदमा चलाये जाने की इजाजत देने के सवाल पर वो कुछ भी कहने से इंकार करते हुए बस योगी सरकार का इस कारवाई के लिए शुक्रिया अदा किया।
गौरतलब है कि सेना पर विवादित बयान देने के मामले में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां के खिलाफ सोमवार को चार्जशीट दाखिल की गई है। बुधवार को ही शासन ने आजम खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने को मंजूरी दी थी। वहीं जब इस आरोप पत्र दाखिल किए जाने की बावत बात करने पर आजम खां ने अपनी सफाई में कुछ भी कहने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का ‘शुक्रिया’।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री आजम खां ने बीते वर्ष तोपखाना रोड स्थित कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई थी। इसमें आजम खां ने नक्सलवादियों द्वारा छत्तीसगढ़ में हुई सेना के साथ एक घटना का जिक्र किया था, जिस पर काफी हंगामा हुआ था। इस मामले में पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के पुत्र एवं आईआईए के चेयरमैन आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी सीडी भी पेश की गई थी। पुलिस ने आजम खां की आवाज की भी लैब में जांच कराई थी।
वहीं इस बाबत पुलिस अधीक्षक डा. विपिन ताडा ने कहा, ‘सेना के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में मुकदमा दर्ज था। जिसकी पुलिस विवेचना कर रही थी। शासन से इसकी अनुमति ली गई थी। शासन की अनुमति के बाद इस मामले में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई है।’ इस मामले में विध एवं न्याय विभाग के सेक्शन-5 के विशेष सचिव के समक्ष आईओ पेश भी हुए थे।
जिसके बाद चंद रोज पहले शासन ने इस मामले में चार्जशीट के लिए मंजूरी दे दी थी। शासन से अनुमति के बाद आजम खां के खिलाफ आईपीसी की धारा-153ए और 505 का उल्लंघन करने के आरोप में सोमवार को आईओ ( विवेचक) की ओर से सीओ सिटी ओपी आर्य द्वारा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।