नई दिल्ली। पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू के जाने को लेकर वैसे ही मामला गर्माया हुआ था कि वहीं उनके वहां पहुंचकर पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गलबहियां किये जाने ने आग में घी का काम किया है। हालांकि सिद्धू ने इसकी बखूबी सफाई दी है लेकिन बावजूद इसके सिद्दू की काफी आलोचना हो रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सिद्धू के पाकिस्तान जाने को लेकर कांग्रेस से जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस नेता और पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा शपथग्रहण समारोह शुरू होने से ठीक पहले राष्ट्रपति भवन में एक दूसरे को गले मिलाते नजर आए। दोनों की गले मिलते हुए तस्वीर भी सामने आई है जिसके बाद सिद्दू की काफी आलोचना हो रही है।
जिस पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया की नवजोत किसकी इजाजत से इमरान के शपथग्रहण में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए? क्या राहुल गांधी ने उन्हें इसकी इजाजत दी थी। राहुल गांधी इस बारे में सफाई दें। संबित ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह से पहले सिद्धू का जनरल बाजवा से गले मिलना कोई साधारण बात नहीं है, यह एक जघन्य अपराध है। बाजवा को सिद्दू के बगल में क्यों बैठाया गया? और अगर बिठाया भी गया तो सिद्धू ने उनके बगल में बैठने से मना क्यों नहीं किया? संबित ने सवाल किया कि क्या उनकी इस हरकत पर कांग्रेस उन्हें सस्पेंड करेगी? हर हिंन्दुस्तानी इस बात को गंभीरता से ले रहा है।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए कांग्रेस नेता और पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर (पीओके) के प्रसिडेंट मसूद खान के बगल में बिठाया गया था। शपथग्रहण समारोह के दौरान नवजोत सिद्धू को अन्य विदेशी पदाधिकारियों के साथ बैठाने की जगह उन्हें पाकिस्तान सरकार ने राष्ट्रपति भवन के एइवान-ए-सद्र के हॉल में मसूद खान के ठीक बगल में बिठाया जिसको लेकर अब विवाद पैदा हो गया है। इमरान खान ने आज पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है।