लखनऊ। हाल ही में प्रदेश की बागपत जेल में कुख्यात माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सरकार द्वारा सख्त निर्देश जारी किये जाने के बावजूद भी अभी तक प्रदेश की जेलों के हालातों में पूरी तरह से सुधार नही हो सका है जिसकी बानगी है कि जब-तब जेलों में औचक छापे के दौरान कलई खुल कर सामने आ रही है। इसी क्रम में आज जनपद बस्ती की जेल में छापे के दौरान तमाम आपत्तिजनक चीजें बरामद होने से सरकार के निर्देशों की साफ कलई खुलती नजर आई।
गौरतलब है कि प्रदेश के मंडलीय कारागार बस्ती में आज तलाशी के दौरान चार बैरक में से 26 मोबाइल, चार चाकू और काफी मात्रा में गांजा व अन्य नशीला पदार्थ बरामद हुआ है। वहीं जब जेल प्रशासन ने और सख्ती बरतनी चाही तो विरोध में कैदियों ने शाम के भोजन का बहिष्कार कर दिया। इस दौरान जब अन्य बैरकों के कैदियों ने भोजन करना चाहा तो उनके साथ मारपीट करने के साथ ही बवाल शुरू कर दिया।
जिस पर हालातों को बेकाबू होते देख जेल प्रशासन ने एडीजी जेल, डीएम और एसपी बस्ती को सूचना देने के साथ ही तत्काल फोर्स की डिमांड की। शाम करीब सवा सात बजे प्रभारी डीएम सीडीओ अरबिंद पांडेय और एसपी दिलीप कुमार मय फोर्स समेत जेल में दाखिल हुए। सख्ती बरतते हुए बाहर हंगामा कर रहे कैदियों को बैरक में भेज कर खाना बंटवाया। रात करीब सवा नौ बजे स्थिति सामान्य होने पर अधिकारी और फोर्स बाहर लौटी।
जब कि इस बाबत वरिष्ठ जेल अधीक्षक संतलाल यादव ने बताया कि तलाशी और कार्रवाई के विरोध में कैदियों ने क्वालिटी खराब होने का बहाना बनाते हुए भोजन का बहिष्कार कर दिया था। वहीं प्रभारी डीएम अरविंद पांडेय ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक को सख्ती बरतने का निर्देश दिया है तो एसपी दिलीप कुमार ने कहा कि अब जेल की भी खुफिया निगरानी होगी। मनबढ़ कैदियों को चिह्नित कर नियमानुसार सख्त कदम उठाया जाएगा।