श्रीनगर। जब-तब अपने उलजूलूल बयान देकर कश्मीर की अवाम को बरगलाने तथा वहां की सियासत में अहम मुकाम रखने वाले फारूख अब्दुला को आज बखूबी ये ऐहसास हो गया होगा कि कश्मीर में हकीकत में हालात क्या हैं और उनसे कैसे निपटना जरूरी है। दरअसल फारूख को आज अपने ही घर में कुछ ऐसा रूसवा होना पड़ा कि बिना मस्जिद में नमाज पढ़े ही उनको घर का रूख करना पड़ा।
गौरतलब है कि जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ यहां बुधवार को एक दरगाह में ईद की नमाज के दौरान नारेबाजी की गई, उनके साथ धक्कामुक्की की गई और उन पर जूते तक फेंके गए।
मिली जानकारी के मुताबिक इमाम द्वारा हजरतबल दरगाह में ईद की नमाज शुरू कराए जाने से पहले ही अब्दुल्ला को अपने खिलाफ नारेबाजी का सामना करना पड़ा। कई युवाओं ने उन पर जूते फेंकने भी शुरू कर दिए। इससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसके चलते फारूक को मजबूरन नमाज स्थल से वापस लौटना पड़ा।
ज्ञात हो कि जहां रमजान भर कश्मीर में बवाल और पत्थरबाजी का दौर चलता ही रहा था और तो और ऐन ईद के दिन भी वहां एक सैन्यकर्मी की हत्या तक करी गई थी। इसके साथ ही आज बकरीद पर भी वहां जगह जगह बवाल और पत्थरबाजी की घटनायें हुई हैं।