लखनऊ। प्रदेश में अक्सर होने वाली मानव और हिंसक जगंली जानवरों के बीच मुठभेड़ तथा उसके घातक परिणामों को देखते अब वन विभाग ने एक बेहद अहम पहल एक एनजीओ की मदद से शुरू की है। जिसके तहत अब ऐसे मामलों पर तुरंत सूचना दिये जाने तथा उस पर वाजिब कारवाई कर सकने के लिए एक टौल फ्री न्रबर की शुरूआत की गई है।
गौरतलब है कि प्रदेश में चाहे दुधवा नेशनल पार्क हो या फिर पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा बहराईच का कर्तनिया घाट इनसे लगी मानव बस्तियों में तथा जंगल में अक्सर जंगली जीवों और मानव के बीच संघर्ष होना आम बात है। वहीं इसी के मद्देनजर अब ऐसे संवेदनशील स्थानों पर बसे ग्रामीणों के लिए वन विभाग ने रिलायंस फाउण्डेशन की मदद से एक नयी योजना शुरू की है।
इस बाबत दुधवा नेशनल पार्क के क्षेत्रीय निदेशक रमेश पाण्डेय ने बताया कि विभाग ने टोल फ्री नंबर ‘1926’ शुरू किया है। इस नंबर पर गांव वाले वन अधिकारियों को बाघ या तेंदुए सहित अन्य वन्यजीवों की आवाजाही के बारे में जानकारी दे सकते हैं, इससे उन तक तुरंत मदद पहुंचाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि यह सेवा कर्तिनयाघाट वन्यजीव अभयारण्य से शुरू की जाएगी, जहां पिछले सात माह के दौरान तेंदुए के हमलों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
इसके साथ ही पाण्डेय ने बताया कि इसे पायलट परियोजना के रूप में दुधवा, कर्तिनयाघाट और उत्तरी खीरी के वन क्षेत्रों में शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, संवेदनशील वन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के नाम और मोबाइल नंबर का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है।