न्ई दिल्ली। भाजपा के खिलाफ देश में तमाम दलों द्वारा जारी महागठबंधन की कवायदों के बीच अब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बेहद अहम और बड़ी बात की है उन्होंने कहा है कि भाजपा को हराने और भारत को ‘भय के शासन’ से मुक्त कराने के लिए विपक्षी दलों का अजेय गठबंधन बनाया जा सकता है।
गौरतलब है कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों का अजेय गठबंधन बनाया जा सकता है। हालांकि इस सवाल पर कि गठबंधन में प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा। उन्होंने कहा कि यह पूछना जल्दबाजी होगी। हम पहले गठबंधन बना लें और चुनाव हो जाए। आप पटकथा लिखे जाने से पहले जवाब जानना चाहते हैं।’’
दरअसल चिदंबरम ने एक साक्षात्कार में कहा कि इस विषय पर तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार आदि सरीखे कई राज्यों में विचारों में एकरूपता है। यह एकरूपता ही विपक्षी पार्टियों को साथ में लाएगी और राज्यवार गठबंधन बनाये जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि पहली बार हम देश में जनता के बड़े वर्ग में ‘‘डर की भावना’’ देख रहे हैं। चिदंबरम ने कहा, ‘‘दलित डर में रहते हैं, मुस्लिम डर में रहते हैं, महिलाएं डर में रहती हैं, प्रेस डर में है।’’ एक तरह से हर किसी में देश भर में डर का माहौल घर कर गया है। जिससे उबरने की जरूरत है।
इतना ही नही उन्होंने ये भी कहा कि, ‘‘हम स्वीकार्य लोकतांत्रिक अधिकारों और लोकतांत्रिक पदों से दूर जा रहे हैं। यह देश के लिए खतरनाक प्रवृत्ति है। हम आजादी (अंग्रेजों से) चाहते थे क्योंकि हम बिना डर के रहना चाहते थे। और आज देश का बड़ा वर्ग डर में रह रहा है और इसे समाप्त करना होगा।
जबकि वहीं ’’ क्या कांग्रेस विपक्ष के गठबंधन में कर्नाटक वाला मॉडल अपनाएगी जहां उसने सबसे बड़ा दल होने के बाद भी मुख्यमंत्री का पद जेडीएस को दे दिया, इस पर पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
इसके अलावा उन्होंने गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस को देने की स्थिति में तेलंगाना राष्ट्र समिति और तृणमूल कांग्रेस जैसे कुछ दलों के सहज नहीं होने की खबरों के बारे में पूछने पर चिदंबरम ने कहा कि चुनाव तक इंतजार करना ठीक होगा।