नई दिल्ली। इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाकर एक तरह से कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बैठे बिठाये अपने जीवन में ग्रहण लगा लिया है। क्योंकि पाक सेना प्रमुख से गलबहियां पर सिद्धू ने जिस बात का हवाला देकर सफाई दी थी वहीं पाकिस्तान द्वारा उस पर दो टूक जवाब दिये जाने से ये मामला फिर से तूल पकड़ सकता है और सिद्धू के गले की फांस बन सकता है।
गौरतलब है कि सिद्धू ने पाक यात्रा के बाद कहा था कि भारत-पाक सीमा से अढाई किमी. दूर करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए द्वार खोलने को लेकर उनकी पाक आर्मी चीफ से बात हुई। लेकिन, इस संबंध में अब पाकिस्तान ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा है कि एक घटना से इसका फैसला नहीं हो सकता है। इसकी एक लंबी प्रक्रिया है और दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद ही इस पर फैसला हो सकता है।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान में हुए पूरे घटनाक्रम के कारण नवजोत सिंह सिद्धू को अकाली दल का विरोध झेलना पड़ रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू जब से पाक से वापस आए हं, बार-बार कह रहे हैं कि उनकी और आर्मी चीफ से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर की बात हुई और वो रास्ता खुल सकता है लेकिन पाकिस्तान के जारी बयान के बाद सिद्धू पर और उंगलियां उठनी शुरु हो गई हैं।
हालांकि कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू का बचाव करते हुए कहा कि सिद्धू झूठ क्यों बोलेंगे, आर्मी चीफ के साथ उनकी जो बात हुई है उन्होनें उसी के बारे में आकर बात की है। लेकिन अब पाकिस्तान सरकार द्वारा इस मामले में अपनी राय साफ कर देने से सिद्धू की किरकिरी होना स्वाभाविक है। एक तरह से सिद्धू ने बेवजह की मुसीबत गले लगा ली है।