श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में कठुआ गैंगरेप से भी ज्यादा वीभत्स और शर्मनाक एक और गेंगरेप और हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में सबसे अहम और रौंगटे खड़ी करने वाल बात ये है कि इस पूरे मामले में मृतक बच्ची के परिवारीजन ही दोषी हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के बारामुला क्षेत्र में सौतेली मां ने एक बच्ची से गैंगरेप करवा कर हत्या करवा दी और शव को जंगल में फेंकवा दिया। आरोपी महिला और उसके बेटे सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना का खुलासा होने के बाद आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई है।
वहीं इस बाबत एसएसपी बारामुला इम्तियाज मीर के अनुसार नाबालिग लड़की उड़ी क्षेत्र से 23 अगस्त को लापता हो गई। 2 सितंबर रविवार को लड़की का शव जंगल से बरामद किया गया। पुलिस ने जांच की तो और पाया चाकू की नोक पर नाबालिग को अगवा कर गैंग रेप किया गया। उसके बाद उसकी हत्या की गई। लड़की की सौतली मां ने खुद चाकू लिया था। मौका-ए-वारदात से चाकू भी बरामद कर लिया गया। सौतेली मां के साथ उसका 14 साल का बेटा भी मौजूद था। उसने अपनी मां का साथ दिया।
बताया जाता है कि इस दौरान पांच अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में कुल्हाड़ी और चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद लड़की को झाड़ियों में फेंका गया और सभी मौके से फरार हो गए। लड़की के शव को ऊपर से अनानास के पेड़ की टहनियां डाल कर ढंक दिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया और उन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया।
ज्ञात हो कि महिला के पति ने एक शादी झारखंड की महिला से कर रखी थी और दूसरी शादी कश्मीरी महिला से की। जिस बच्ची की हत्या की गई, वह झारखंड वाली पत्नी की बेटी थी। सौतन से ईर्ष्या के कारण उसने उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या करवा कर मां की मामता को कलंकित किया।