नई दिल्ली। एक तरफ जहां तमाम विरोधी राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान कोई मौका तलाशने में अपना दिमाग खपा रहे हैं। और उधर राहुल इस अलौकिक यात्रा का बखूबी भरपूर आनन्द उठा रहे हैं। इतना ही नही इस यात्रा के असीम अनुभवों को वह बराबर शेयर भी कर रहे हैं। जिसका लाभ और आनन्द उनके कार्यकर्ता और तमाम लोग भी उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि राहुल ट्विटर पर अपनी कैलाश मानसरोवर यात्रा की तस्वीरें लगातार साझा कर रहे हैं। पिछले दो दिन से उन्होंने कैलाश और मानसरोवर की तस्वीरें साझा कर इस माहौल को निर्मल, निर्द्वंद, सुखद और सुकून भरा बताया है।
इतना ही नही गुरूवार को उन्होंने एक बार फिर हिमाच्छादित कैलाश की तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि विशाल कैलाश के साये में चलने से सकून मिलता है। उन्होंने ट्वीट किया कि इस विशाल पर्वत की छाया में चलना सुखद अनुभूति देता है। इसके साथ ही उन्होंने कैलाश पर्वत शिखर के उत्तरी मुख की तस्वीर भी पोस्ट की है जो डेरापुक शिविर से खींची गयी है।
ज्ञात हो कि राहुल ने बुधवार को भी मानसरोवर झील की तस्वीरें साझा कर लिखा था कि यहां का पानी बहुत मंद और शांत है। वो सब कुछ देता है और कुछ नहीं खोता। कोई भी यहां का पानी पी सकता है। यहां द्वेष नहीं है। यही कारण है कि हम भारत में इस पानी की पूजा करते हैं।
जबकि इससे पहले उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जब बुलावा आता है तब कोई व्यक्ति कैलाश जाता है। मैं इस बात से बहुत प्रसन्न हूं कि मुझे यह अवसर मिला और इस सुंदर यात्रा में जो देखूंगा उसे आप लोगों के साथ साझा कर सकूंगा।