नई दिल्ली। आश्रमों के बाबाओं के बाद अब धीरे-धीरे चर्च के पादरी के भी काले कारनामें सामने आना शुरू हो गये हैं। देश के दक्षिण भारत के राज्य केरल में अब जालंधर के रोमन कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ सबूत मिलने के बावजूद भी गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित नन्स ने भारी संख्या में जोरदार विरोध और प्रदर्शन किया। साथ ही जल्द से जल्द उक्त पादरी की गिरफ्तारी की मांग भी की। यह प्रदर्शन शहर के हाईकोर्ट जंक्शन बस स्टेशन पर हुआ। जिसे कि संयुक्त क्रिश्चियन काउंसिल ने बुलाया था।
गौरतलब है कि इससे पहले 13 अगस्त को पुलिस ने केरल हाईकोर्ट को बताया था कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने नन के साथ कई बार दुष्कर्म किया था। इस मामले की तेजी से जांच करने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि विशेष टीम प्रभावी और निष्पक्ष रूप से मामले की जांच कर रही है, जिसके बाद कोर्ट ने जांच को लेकर दायर याचिका रद्द कर दी थी।
हालांकि पुलिस की तरफ से पेश हुए वकील ने कोर्ट को बताया था कि आरोपी की गिरफ्तारी सबूतों की जांच के बाद की जाएगी। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी ने नन के साथ कई बार रेप किया गया। उसने नन को जबरन कोट्टयम के सेंट फ्रांसिस मिशन होम के गेस्टरूम में बंद रखा। ज्ञात हो कि पीड़ित ने आरोपी फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ 2014 से 2016 के दौरान कई बार जबरन अप्राकृतिक सेक्स और रेप करने का आरोप लगाया था। इसके बाद केरल कैथोलिक चर्च रिफॉर्मेशन मूवमेंट (केसीआरएम) ने केरल हाईकोर्ट में मामले की तेजी से जांच किए जाने को लेकर याचिका दायर की थी।