लखनऊ! भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी के दूसरे दिन पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते है। पीएम मोदी ने कहा कि महागठबंधन में नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट है और नियत भ्रष्ट है। उन्होंने कहा कि जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक साथ चल नहीं सकते आज वो लगे लगने को मजबूर है और यही हमारी कामयाबी है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकार प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हवाले से कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने भाजपा के विचार, संस्कार और नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी। आज हमारा सूरज तो चला गया लेकिन हम जो सितारें हैं, उन्हें अपनी चमक बढ़ाकर विचारधारा के प्रकाश को आगे फैलाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारणी में अपने भाषण में ‘अजेय भारत – अटल भाजपा’ का नारा दिया।
इससे पहले भी वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एक राजनीतिक प्रस्ताव रखा जिसको कार्यसमिति ने पास किया। इस प्रस्ताव में विश्वास जताया गया है कि न्यू-इंडिया का सपना पूरा होकर ही रहेगा। वर्ष 2019 में जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास कार्यक्रम है, नीति है, नेता है और रणनीति है। जबकि विपक्ष के पास ना कोई नेता है, ना कोई नीति है और ना ही कोई रणनीति है।’’