लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ कल 10 सितम्बर को जोरदार धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है। जिसके तहत समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में हर जनपद के तहसील मुख्यालय में प्रदेश में किसानों की परेशानियों, पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम एवं मंहगाई, कानून व्यवस्था की बदहाली बढ़ते भ्रष्टाचार, छात्रों-नौजवानों के दमन को लेकर धरना-प्रदर्शन करेगी।
गौरतलब है कि इस धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम के चलते समाजवादी पार्टी की समस्त जिला एवं महानगर अध्यक्षों तथा महासचिवों की पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित बैठक निरस्त कर दी गई है। वहीं इस बाबत जानकारी देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारों ने जनहित में एक भी योजना लागू नहीं की है। इनके निर्णयों से जनता की परेशानियां बढ़ी है। नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को चैपट कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मंहगाई से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। डीजल, पेट्रोल और घरेलू गैस के दाम आसमान छू रहे हैं। नौजवान निराश हैं और बेकारी से उनका भविष्य अंधेरे में है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रही है।
इतना ही नही बल्कि दुनिया भर में भारत की बदनामी है। कर्ज से दबा किसान असहाय अवस्था में फांसी के फंदे पर झूल रहा है। उसको फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिला है। इससे जनता में भारी आक्रोश है। श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी द्वारा जनता की समस्याओं को लेकर धरना दिया जायेगा। ज्ञात हो कि कल ही कांग्रेस ने भी धरना प्रदर्शन का ऐला कर रखा है।