नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने साफ कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण स्वीकार नहीं हैं। वोटबैंक के लिए मुस्लिमों को आरक्षण दिया गया है। तेलंगाना में मुस्लिमों को 12 फीसदी आरक्षण देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ये केवल राजनीतिक चाल है। धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है, ये तुष्टीकरण की राजनीति है।
इसके साथ ही टीआरएस के मुखिया के राव चंद्रशेखर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने निशाना साधा है। उनका कहना है कि आगामी चुनाव में टीआरएस नहीं जीत पाएगी। राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्होंने यहां की जनता पर चुनाव का बोझ डाला दिया। हैदराबाद पहुंचे भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तेलंगाना की हर सीट पर हम मजबूती से लड़ेंगे।
शाह ने कहा, ‘केसी राव ने एक देश, एक चुनाव का समर्थन किया था लेकिन आज उनकी पार्टी ने अपना पक्ष बदल लिया है और एक छोटे से राज्य को दो चुनावों (विधानसभा और लोकसभा) का खर्च झेलने पर मजबूर कर दिया है। मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने तेलंगाना के लोगों पर इतना बोझ क्यों डाला? भाजपा राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक मजबूत निर्णायक शक्ति के तौर पर उभरकर सामने आएगी।’
शाह ने कहा, ‘भाजपा ने एक नया विचार देश के सामने रखा है- एक देश, एक चुनाव। भाजपा ये मानती है की अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने के लिए करोड़ों रुपयों का खर्च तेलंगाना की जनता पर थोपने का काम के. चंद्रशेखर राव ने किया है। केसी राव की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। चाहे वह कानून व्यवस्था हो या विकास। मोदी सरकार के कार्यकाल में 13वें वित्त आयोग के तहत तेलंगाना को मिलने वाली राशि को 16,597 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,15,605 करोड़ रुपये किया गया।’
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय में भी नए राज्य बने थे और उस वक्त बीजेपी ने सही तरीके से उनका विभाजन किया, उनका सहयोग किया। आज वो सभी राज्य विकास के मार्ग पर आगे बढ़े हैं। शाह ने कहा कि जिस प्रकार से तेलंगाना की जनता पर अनावश्यक रूप से चुनाव थोपा गया है। ये राज्य को विकास के मार्ग पर आगे ले जाने का प्रयास कतई नहीं है।