नई दिल्ली। देश के एक राज्य में फिर सियासी हलचलें तेज हो गई हैं दरअसल गोवा में आज कांग्रेस के कई विधायक सरकार बनाने की मांग के साथ राज्यपाल मृदुला सिन्हा के पास पहुंचे और उन्हें एक चिट्ठी सौंपी है। हालांकि, भाजपा की राज्य ईकाई का कहना है कि फिलहाल नेतृत्व में बदलाव का कोई इरादा नहीं है, लेकिन, मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक केंद्रीय पर्यवेक्षक इस स्थिति को टालने के लिए गोवा पहुंचे हुए हैं।
गोवा विधानसभा में 40 विधानसभा सीटें हैं। 2017 में हुए चुनाव के हिसाब से बीजेपी सरकार के पास निर्दलीय और अन्य पार्टियों के समर्थन से 24 सीटें हैं जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 21 सीटों से 3 सीटें ज्यादा हैं। जबकि कांग्रेस गोवा 16 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, बीजेपी के पास 14 सीटें हैं। गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार का गठन किया है।
गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता माइकल लोबो ने कहा कि पार्टी के दूत गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) को सुझाव देंगे कि वे भगवा पार्टी का हिस्सा बन जाएं। लोबो ने कहा, ‘फिलहाल हमारा ध्यान सदन में भाजपा का संख्याबल 14 से बढ़ाकर 17 करने पर है।’
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रामलाल और बी एल संतोष रविवार दोपहर यहां पहुंचेंगे। इसके साथ ही लोबो ने कहा, ‘जीएफपी और एमजीपी के सामने प्रस्ताव रखा जाएगा कि कि वे भाजपा में अपना विलय कर लें। उसके बाद हम, अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, कौन प्रभार संभालेगा और अन्य संबंधित चीजों को देखेंगे।
ज्ञात हो कि जहां एक तरफ गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर का इलाज देश की राजधानी दिल्ली के एम्स में चल रहा है वहीं पिछले बुधवार से गोवा में भारी राजनीतिक हलचल हो रही है और बखूबी जोड़-तोड़ की राजनीति पर काम चल रहा है। कांग्रेस गोवा के प्रवक्ता एवं विधायक दयानंद सोप्ते ने का था भाजपा के तीन विधायक पर्रिकर नीत सरकार को गिराने के लिए पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस के संपर्क में है। उन्होंने हालांकि विधायकों के नाम बताने से इनकार कर दिया।
सोप्ते ने कहा कि यदि तीन विधायक आ गये तो संख्या कांग्रेस के पक्ष में हो जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि आप संख्या देखें तो कांग्रेस के 40 सदस्यीय सदन में 16 विधायक हैं। यदि उनके (भाजपा) के तीन विधायक हमारे साथ आ जाते है तो हमारी संख्या 19 हो जायेगी। सत्तारूढ़ भाजपा के 14 विधायक हैं। जब इस संबंध में भाजपा की गोवा इकाई के अध्यक्ष विनय तेंदुलकर से संपर्क किया गया तो उन्होंने सोप्ते के दावे को खारिज किया।