हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस को मनाया जाता है। 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था। जिसके बाद हर साल राजधानी दिल्ली में परेड निकाली जाती है।
लेकिन हर कोई जानना चाहता है कि इस बार गणतंत्र पर कई चीजें पहली बार होने जा रही हैं। इस बार परेड के दौरान पहली बार 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे।
जिन 10 देशों को न्यौता भेजा गया है उनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं. इन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण भेजा गया है।
राजपथ पर जहां जवान सभी 10 देशों के राष्ट्रीय झंडे हाथ में थामे फुल डे रिहर्सल में गुजरे तो गड़गड़ाहट के साथ आसमां में हवा भरते सेना के हेलीकॉप्टरों ने भी आसियान देशों की एकजुटता का वैश्विक संदेश दिया।
वहीं सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल अस्ती मिस्त्री की अध्यक्षता और उप कमांडर युद्ध सेवा मेडल मेजर जनरल राजपाल पुनिया के सहयोग से गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व करेंगे।
इसके साथ ही देश की सुरक्षा की बेहतरीन सेवाओं के लिए परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेता पूर्व सैनिकों का दस्ता सलामी देता है। मार्चिंग दस्ते में सबसे पहले आसियान देशों का संयुक्त झंडा होगा, उसके पीछे आसियान देशों के झंडे के साथ जवान राजपथ पर कदमताल करेंगे।
इस बार गणतंत्र दिवस पर बीएसएफ का बैंड, ऊंट पर सवार बैंड, एनसीसी, स्काउंट एंड गाइड्स, आटीबीपी, दिल्ली पुलिस का दस्ता भी शामिल है। इसके अलावा विभिन्न राज्यों की झांकियां भी अपने समृद्ध विरासत की कहानीं बयां करेंगी।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के दौर में बीएसएफ के महिला दस्ते ने मोटरसाइकिल पर हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर कर दिया। बता दें ये सब फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान हुआ।