सीबीएसई की बोर्ड कक्षाओं की समय-सारिणी जारी होने के बाद से ही छात्र दोहरी परेशानी में हैं। इस वर्ष से सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं में दिए जाने वाले लंबे गैप को समाप्त कर दिया है।
दो महीने से भी अधिक चलने वाली सीबीएसई की परीक्षाएं अब लगभग एक महीने में ही समाप्त हो जाएंगी। छात्रों और पालकों के बाद भी इसमें बदलाव से इनकार कर दिया गया है। वहीं इस बार दसवीं कक्षा को अनिवार्यत: बोर्ड कर दिए जाने के कारण भी छात्रों को परेशानी हो रही है।
सीबीएसई की ओर से सात साल बाद शुरू हुई दसवीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। छात्र जहां बोर्ड की मार्किंग स्कीम में उलझ गए हैं, वहीं सिलेबस के दोगुने भार से तैयारी में दिक्कत हो रही है।
बच्चों को आ रही दिक्कत को देखते हुए सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर छात्रों के लिए हेल्प कॉर्नर बनाया है। सीबीएसई एकेडिमक कॉलम पर छात्र अपनी समस्या भी बता सकते हैं।
यह है परेशानी
पूरे कोर्स की तैयारी, मार्किंग सिस्टम होने से मार्क्स के क्लासिफिकेशन में दिक्कत सहित बोर्ड पैटर्न समझने में भी समस्या आ रही है। छात्रों की समस्याओं के लिए वेबसाइट पर काफी डाटा परीक्षाओं से संबंधित डाला गया है।
वेबसाइट व स्कूलों के जरिए स्टूडेंटस अपनी समस्या तुरंत बता सकते हैं। वहीं सीबीएसई ने सर्कुलर जारी कर इस तरह की कोई समस्या होने पर स्कूलों को सीधे ही बात करने के लिए कहा गया है। अगर छात्रों को कोई दिक्कत है, तो वह स्कूल के जरिए पूछ सकते हैं।
पिछले साल परीक्षाओं के कुछ दिनों पूर्व तनाव से राहत देने छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया था, लेकिन दिए गए नंबरों पर संपर्क साधने में दिक्कतें आ रही थीं। इस वर्ष ऐसा न हो, इसके लिए सीबीएसई विशेष तैयारी कर रहा है।