नई दिल्ली. रुपए ने अब तक का सबसे निचला स्तर छू लिया है. डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे की गिरावट के साथ 73.24 के स्तर पर खुला है, जो रुपया का सबसे निचला स्तर है. वहीं, पिछले कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 43 पैसे गिरकर 72.91 के स्तर पर बंद हुआ था.
देश में खाने-पीने की चीजों और दूसरे जरूरी सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए डीजल का इस्तेमाल होता है. ऐसे में डीजल महंगा होते ही इन सारी जरूरी चीजों के दाम बढ़ेगा. अगर पेट्रोलियम उत्पाद महंगे हुए तो पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ साबुन, शैंपू, पेंट इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी, जिससे ये प्रोडेक्ट भी महंगे हो सकते हैं. ऑटो इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी, साथ ही डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी से माल ढुलाई का खर्च भी बढ़ने का डर रहता है. रुपए में गिरावट बनी रही तो कार कंपनियां आगे कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं.