नई दिल्ली! आर्थिक मोर्चे पर हाहाकार मचा हुआ है। शेयर यर बाजारों में लगातार तीसरे दिन गिरावट का दौर जारी है। शेयर बाजार में बड़ी गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को भी तेल विपणन कंपनियों (ऑयल मार्केटिंग कंपनीज) ने बाजार में हाहाकार मचा दिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 31 शेयरों के सूचकांक सेंसेक्स ने 792.17 अंक का गोता लगा दिया, यानी 2.25% की गिरावट के साथ यह 34,376.99 अंक पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों का सूचकांक निफ्टी 282.80 अंक यानी 2.67% टूटकर 10,316.45 पर बंद हुआ। इस गिरावट के बाद निवेशकों ने एक दिन में ही 4.19 लाख करोड़ रुपये गवां दिए है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किए जाने के बाद शुक्रवार दोपहर बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 74 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। आरबीआई के मौद्रिक समीक्षा नीति के ऐलान के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 74 के स्तर से नीचे लुढ़क गया, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है।
बाजार में लगातार तीसरे दिन हुई बिकवाली की वजह से निवेशकों आज करीब 4.19 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। गुरुवार को बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 14031572.57 करोड़ रुपये था जो शुक्रवार को कम होकर 1,36,49,253.52 करोड़ रुपये हो गया।
शेयर बाजार की गिरावट में निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपये डूब गए है। दरअसल बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों का पूंजीकरण एक अक्टूबर को 1,45,42,638.89 करोड़ रुपये था जो कि 5 अक्टूबर यानी आज गिरकर 1,36,20,666.93 करोड़ रुपये पर आ गया है। इस लिहाज से निवेशकों को 9 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।